Parliament attack 2023: संसद पर हमले की 22वीं बरसी पर 13 दिसंबर के दिन सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया था. लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी, तभी दो व्यक्ति वीजिटर्स गैलरी से नीचे कूद गए. ये दोनों शख्स एक बेंच से दूसरे बेंच पर भागते हुए स्पीकर की कुर्सी की तरफ बढ़ने लगे. भागते हुए शख्स ने जूते से निकालकर स्मोक अटैक कर दिया. फिर क्या था पूरे संसद में अफरा-तफरा मच गई. इसे लेकर पूरे देश में राजनीति होने लगी. अब इस पर एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए हैं.
दरअसल संसद में हुए स्मोक अटैक मामले में देश में राजनीति काफी देखने को मिल रही है. विपक्षी दल इस मामले को लेकर सड़क और संसद में विरोध प्रदर्शन कर रहे है. इसी कड़ी में दिग्विजय सिंह ने भी सवाल उठाए हैं.
सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर साइट X पर पोस्ट करते हुए बेरोजगारी को इस हमले की प्रमुख वजह बताई है. दिग्विजय सिंह ने लिखा कि जिस दिन संसद पर आतंकवादियों ने हमला किया था, उस दिन बेरोजगार युवाओं को इस तरह से प्रदर्शन क्यों करना पड़ा. इस पर सभी राजनेताओं को विचार करना चाहिए.
दूसरे पोस्ट में सांसदों पर हुई कार्रवाई पर सवाल खड़े किए
वहीं दूसरी पोस्ट में सासंदों के ऊपर हुई कार्रवाई पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस एमपी ने उनके (प्रदर्शनकारी) के पास बनाए उसके ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही नहीं लेकिन जिन्होंने इस घटना पर कार्यवाही करने की मांग की उन्हें संसद से निलंबित कर दिया. यह है भाजपा का न्याय.
दिग्विजय सिंह पर भड़के डिप्टी सीएम
संसद की घटना को लेकर दिग्गी के पोस्ट पर अब सियासत तेज हो गई है. मध्यप्रदेश के नए डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा भड़कते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह आतंकवादियों को भी सम्मान देकर बात करते हैं.. इस प्रकार का वक्तव्य देना मुझे नहीं लगता तर्कसंगत है. दिग्विजय सिंह को बेरोजगारी से इसकी तुलना नहीं करनी चाहिए, वह वरिष्ठ नेता हैं.
रिपोर्ट - आकाश द्विवेदी