trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh12824047
Home >>Madhya Pradesh - MP

MP News: पुराना भवन गिराया, नया स्कूल बनाया नहीं, बारिश में खुले में पढ़ रहे बच्चे

MP News: मध्य प्रदेश के एक आदिवासी बहुल जिले में शिक्षा व्यवस्था के हाल बेहाल नजर आ रहे हैं, क्योंकि यहां सरकारी स्कूल के बच्चे भारी बारिश के बीच खुले में पढ़ने के लिए मजबूर हैं.

Advertisement
मध्य प्रदेश की खबरें
मध्य प्रदेश की खबरें
Arpit Pandey|Updated: Jul 02, 2025, 05:22 PM IST
Share

Jhabua District: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में शिक्षा विभाग के हाल बेहाल है, यहां प्रशाशन के जिम्मेदारों ने स्कूलों के पुराने जर्जर भवन तो गिरा दिए लेकिन अब नए भवन नहीं बनाए जा रहे हैं, जिससे यहां स्कूल अब किराए के भवनों में लग रही हैं तो कही बच्चे स्कूल के बाहर सड़क पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब स्कूल बनाने के लिए बजट नहीं था तो पुराने भवनों की ही मरम्मत करवाई जा सकती थी, या फिर स्कूल भवन गिराने से पहले उनकी उचित व्यवस्था करनी थी, ताकि बच्चों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.बताया जा रहा है कि झाबुआ जिले में 150 के करीब ऐसे भवन हैं जो प्रशाशन ने गिराए हैं.

कई स्कूलों के पुराने भवन गिराए 

झाबुआ के लोहारिया गांव के स्कूल में करीब 120 बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन यहां भवन नहीं होने की वजह से बच्चे स्कूल के बाहर खुले में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं. स्कूल के टीचर से बात की तो उन्होंने बताया कि हमने लिखित में बड़े अधिकारी को कई बार अवगत करवाया हैं, लेकिन अब तक बच्चों के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं बच्चों के परिजनों का भी यही कहना है कि इस तरह से उन्हें स्कूल में भेजने से डर लगता है, क्योंकि स्कूल पूरी तरह से जर्जर हो चुकी हैं, ऐसे में उन्हें वहां बैठने नहीं दिया जा रहा है, लेकिन बच्चों के बैठने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं होने से उन्हें बाहर बैठाया जाता है, वह भी खतरे से भरा हुआ है. 

ये भी पढ़ेंः Ladli Behna Yojana: लाडली बहनों को मिलेगी डबल खुशी, 26वीं किस्त में मिलेंगे 1500 रु

कलेक्टर से की स्कूल भवन बनाने की मांग 

लोहारिया गांव के स्कूली बच्चों ने झाबुआ जिले की कलेक्टर से स्कूल भवन बनवाने की गुहार लगाई है. क्योंकि जिस स्थिति में इस स्कूल में बच्चे पढ़ रहे हैं वहां की परेशानियां तो बहुत हैं. इस मामले में प्रशासन के बड़े अधिकारियों की उदासीनता सबसे ज्यादा देखी जा रही है. क्योंकि अब तक यही नहीं देखा गया है कि कौन से स्कूल भवन खराब हैं और कौन से स्कूलों में कोई सुविधा नहीं है. क्योंकि अगर जर्जर भवन गिराए जाने से पहले ही बच्चों के बैठने की उचित व्यवस्था कर दी जाती तो शायद उन्हें परेशान नहीं होना पड़ता. 

बता दें कि बरसात के मौसम में छात्रों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि स्कूली भवन नहीं होने से उन्हें खुले में बैठना पढ़ता है, ऐसे में पढ़ाई के हालात फिलहाल क्या होंगे इसे समझा जा सकता है. यही वजह है कि यहां स्कूली भवन जल्द से जल्द बनवाए जाने की मांग की जा रही है. 

झाबुआ से उमेश चौहान की रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः मानसून में साफ रखे सब्जियां, MP में पत्ता गोभी से निकला जहरीला कीड़ा, अचानक आया बाहर

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश  की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड! 

Read More
{}{}