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Exclusive: MP में 29 सीट जीतेगी भाजपा, विजयवर्गीय ने कहा- कमलनाथ इतने बड़े नेता नहीं कि उन्हें हराया न जा सके!

ZEE मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के  MSME कॉन्क्लेव में खास बातचीत में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कई मु्द्दों पर बेबाकी से बात रखी. उन्होंने लोकसभा चुनाव, हरियाणा की सियासत, बंगाल और राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर खुलकर अपनी बात रखी. 

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Exclusive: MP में 29 सीट जीतेगी भाजपा, विजयवर्गीय ने कहा- कमलनाथ इतने बड़े नेता नहीं कि उन्हें हराया न जा सके!
Mahendra Bhargava|Updated: Mar 18, 2024, 08:42 PM IST
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लोकसभा चुनाव 2024 के सियासी संग्राम के बीच मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और भाजपा के सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने जीत को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने ZEE मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के MSME कॉन्क्लेव में ZEEPCG के एडिटर मोहित सिन्हा के सवालों के जवाब देते हुए कई सियासी मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने लोकसभा चुनाव, कमलनाथ, हरियाणा सियासत में उलटफेर, बंगाल में ममता बनर्जी और राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर बड़ी बेबाकी से बात रखी. आइए सवालों-जवाबों में पढ़ते हैं कैलाश विजयवर्गीय से एक्सक्लूसिव बातचीत...

  1. सवाल- मध्य प्रदेश में रहते हुए आपकी लोकसभा चुनाव में क्या जिम्मेदारी होगी?
    जवाब- मध्य प्रदेश में जिम्मेदारी 29 सीट जीतना है. भाजपा ने जब मुझे जबलपुर सेक्टर का इंचार्ज बनाया तो यह भी कहा कि छिंदवाड़ा जीताना है और हम छिंदवाड़ा 100 प्रतिशत जिताएंगे. इस दौरान जब विजयवर्गीय से पूछा गया कि आप कमलनाथ को कमतर आंकते हैं तो उन्होंने कहा- कमलनाथ एक बड़े नेता हैं, लेकिन इतने बड़े नेता भी नहीं हैं कि उन्हें हराया नहीं जा सके.
  2. सवाल- क्या हरियाणा में बीजेपी ने जेजेपी में सेंध लगा दी है?
    जवाब-  हरियाणा में हमारी सरकार बहुत अच्छे से और ईमानदारी से काम कर रही थी. वहां के मुख्यमंत्री बहुत ईमानदार और विकास करने वाले थे. लेकिन जेजेपी से समझौता हुआ और उन लोगों ने भ्रष्टाचार करना शुरू कर दिया. मैंने हरियाणा जाने के बाद अपनी रिपोर्ट में लिखा कि जेजेपी से समझौते कारण हमें तकलीफ आ सकती है. फिर सीनियर लीडर्स ने विचार करने के बाद जेजेपी से समझौता तोड़ दिया.
  3. सवाल- हरियाणा में मुख्यमंत्री क्यों बदले गए?
    जवाब- मेरा व्यक्तिगत मानना है कि किसी भी व्यक्ति को 10 साल से ज्यादा मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहिए. क्योंकि 10 साल से ज्यादा मुख्यमंत्री बन जाते हैं तो समझते हैं मेरी विरासत है. यह गलतफहमी पैदा हो जाती है. इसलिए 10 साल तक काम करने के बाद नए को मौका देना चाहिए.
  4. सवाल- जब आप कांग्रेस के राज में पहली बार विधायक बने तो झगड़े होते थे?
    जवाब- जीवन में जवाब देना आना चाहिए. जो जिस भाषा में समझे उस भाषा में समझा देना चाहिए. जो जिस भाषा में समझता था उस भाषा में समझा दिया था.
  5. सवाल- इंदौर के महापौर रहने के दौरान कैसे कांग्रेस के लोगों को अपने पाले में रखते थे?
    जवाब- मैं उस वक्त देश का ऐसा मेयर था जो विधायक भी था. विधानसभा में जब नगर के साथ पक्षपात होता था तब में हंगामा मचाता था. ऑन रिकॉर्ड मैने दिग्विजय सिंह जी को बोला था. आपको विधायकों ने प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया है. मुझे इंदौर की जनता ने मेयर बनाया है तो मैं इंदौर का मुख्यमंत्री हूं. इसलिए आप (दिग्विजय सिंह) मेरे से बिना पूछे अगर कोई ऐसा निर्णय करें जो इंदौर के हित में नहीं होगा तो मैं आपके दरबाजे पर आमरण अनसन करूंगा. बस यहां से लड़ाई झगड़े की शुरुआत हुई. लेकिन बाद में यह लड़ाई झगड़ा प्रेम में परिवर्तित हो गया.
  6. सवाल- CAA के नोटिफिकेशन के बाद ममता बनर्जी खुलकर विरोध में आ गईं. बंगाल में लोकसभा चुनाव पर इसका क्या असर होगा?
    जवाब- कुछ राजनीतिक दल सिर्फ कुर्सी के लिए राजनीति करते हैं. उन्हें कुर्सी की चिंता है. वो अपने वोट बढ़ाने के लिए देश में घुसपैठियों को लाते जा रहे हैं. बाहर से देश में आए मुस्लिमों के आधार कार्ड हिंदू नाम से बन रहे हैं. मतदाता सूची में नाम भी लिखा देते हैं. कुर्सी बचाने के लिए देशविरोधी लोगों को देश में प्रवेश देना देशहित में नहीं है. वो लोग कुर्सी के हित में राजनीति करते हैं. हमारी और उनकी राजनीति में कभी दोस्ती नहीं हो सकती.
  7. सवाल- मध्य प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का असर देखते हैं?
    जवाब- राहुल गांधी भारतीय जनता पार्टी के लिए शुभ हैं. जहां-जहां से निकलते हैं वहां-वहां भारतीय जनता पार्टी जीत जाती है. 
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