Kamleshwar Dodiyar: मध्यप्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी बड़े ही जोर-शोर से चल रही है. इसी कड़ी में रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र में भी चुनावी सरगर्मी तेज होने लगी है. वहीं इस लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के लिए समस्या बढ़ सकती है. जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश विधानसभा में भारत आदिवासी पार्टी के एकलौते विधायक कमलेश्वर डोडियार ने रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. विधायक कमलेश्वर डोडियार ने कहा कि वे जयस से लोकसभा का चुनाव लड़ कर संसद में जाएंगे.
बता दें कि मध्य प्रदेश में भारत आदिवासी पार्टी के कमलेश्वर डोडियार इकलौते विधायक हैं. विधायक कमलेश्वर आदिवासी समाज से आते हैं. कमलेश्वर ने बाइक से घूमकर ही कांग्रेस और बीजेपी को विधानसभा चुनाव में मात दी थी.
कमलेश्वर डोडियार ने शुरू की तैयारी
अब कमलेश्वर डोडियार ने आगामी लोकसभा चुनाव में रतलाम-झाबुआ संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी भी शुरू कर दी है. सैलाना विधान सभा में शासकीय छात्रावास और अस्पताल को लेकर भी निरीक्षण कर बदहाल व्यवस्था का जिम्मेदार भाजपा और कांग्रेस को ठहराया है और आरोप लगाया कि इस क्षेत्र में बदहाल व्यवस्था के लिए बीजेपी और कांग्रेस के लोग जिम्मेदार है. जो इस क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी से पैसे लेकर उन्हें जब चाहे मर्ज़ी से आने जाने की छूट देते थे.
भाजपा ने भी शुरू की तैयारी
इधर भाजपा ने भी लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है. गांव-गांव जाकर योजनाओं के प्रचार प्रसार के अलावा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ लगातार बैठकों का दौर जारी है, लेकिन बीजेपी ने विधायक कमलेश्वर डोडियार के लोक सभा चुनाव में खड़े होने पर किसी तरह की चुनौती को नकारते हुए कहा कि कमलेश्वर डोडियार की धोखे से जीत हुई है. वहीं कमलेश्वर डोडियार के आरोपों को लेकर कहा कि उनके कुछ भी कहने से कोई फर्क भाजपा को नहीं पड़ता है.
बीजेपी-कांग्रेस से की है अपील!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कमलेश्वर डोडियार ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टी से अपील की है कि वो यहां पर अपना-अपना उम्मीदवार नहीं उतारे. हालांकि सियासी गलियारों में ये भी चर्चा चल रही है कि बीजेपी के सामने उन्होंने शर्त रखी है कि वो उनके खिलाफ अपना उम्मीदवार अगर वो उतारते हैं तो फिर वो कांग्रेस के साथ गठबंधन कर लेंगे. कुल मिलाकर एक बार फिर विधान सभा के बाद कमलेश्वर डोडियार को लेकर रतलाम-झाबुआ में चुनावी चर्चा तेज हो गयी है.
रिपोर्ट - चन्द्रशेखर सोलंकी