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MP के नर्सिंग घोटाले में CBI का बड़ा खुलासा, इस तरह कॉलेजों को मिल रही थी क्लीन चिट

MP Nursing Scam: मध्य प्रदेश के नर्सिंग घोटाले में सीबीआई ने अब तक कई अहम खुलासे किए हैं, अब तक इस मामले में कुल 13 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. 

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नर्सिंग घोटाले में सीबीआई का अहम खुलासा
नर्सिंग घोटाले में सीबीआई का अहम खुलासा
Arpit Pandey|Updated: May 21, 2024, 04:06 PM IST
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Nursing Scam Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग घोटाले में सीबीआई की टीम ने एक और बड़ा खुलासा किया है. बताया गया है कि सीबीआई के ही तीन अफसर  बिचौलियों के साथ मिलकर नर्सिंग कॉलेजों को क्लीन चिट दे रहे थे, जिसके बदले में उन्होंने मोटी रकम रिश्वत के तौर पर ली थी. सोमवार को सीबीआई ने दो बड़े अधिकारियों को इस मामले में गिरफ्तार किया था. अब तक इस मामले में 13 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. 

2 करोड़ से ज्यादा बरामद 

दरअसल, सीबीआई की 7 कोर टीम और 3 से 4 सहायक टीमों की मदद से मध्य प्रदेश के नर्सिंग घोटाले को लेकर छापेमारी की कार्रवाई चल रही थी. जहां जांच पड़ताल में सीबीआई के ही लोग इस मामले में लिप्त पाए गए थे, जिनकी गिरफ्तारियां की गई हैं. सीबीआई ने अब तक इस मामले में तलाशी के बाद 2 करोड़ से ज्यादा की रकम जब्त की है. जबकि कुल 23 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और 13 लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिसमें तीन सीबीआई अधिकारी शामिल हैं. 

हो सकते हैं कई अहम खुलासे 

सीबीआई की टीम ने भोपाल, रतलाम, दिल्ली, जयपुर और इंदौर समेत करीब 31 ठिकानों पर दबिश दी थी. जहां पुलिस ने केश के साथ-साथ 4 सोने की छड़ और 36 डिजिटल उपकरणों को भी जब्त किया है, जिसमें कई अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा 150 से अधिक आपत्तिजनक दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है. सीबीआई की टीम ने CBI के अफसर राहुल राज, सुनील कुमार, ओम गोस्वामी को रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है. इन सभी ने कॉलेज संचालकों से उन्हें क्लीन चिट देने के लिए रिश्वत ली थी.

दरअसल, सीबीआई अधिकारी कॉलेज संचालकों से रिश्वत लेकर उन्हें नर्सिंग घोटाले के मामले में क्लीन चिट दे रहे थे. क्योंकि रिमांड के दौरान सीबीआई अधिकारियों ने पूरे मामले में पूछताछ की थी, इसी के बाद इस मामले को दबाने के लिए सीबीआई अधिकारियों को रिश्वत की पेशकश की गई, जिसके बाद यह पूरा खेल रचा गया था. लेकिन दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने पूरे मामले की सही जांच कर ली. जिससे मामला सामने आ गया. फिलहाल गिरफ्तार किए गए सभी 13 लोगों को 29 मई तक की रिमांड पर भेजा गया है. 

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