trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh12712956
Home >>Madhya Pradesh - MP

जिसे मरा समझ कर प्रयागराज में किया पिंडदान, वो 35 साल बाद वापस लौट आई घर, एक फोन से लौटी खुशियां

MP News-राजगढ़ में गायब हुई मां का जब कोई सुराग नहीं लगा तो बेटे ने प्रयागराज में जाकर पिंडदान कर दिया. अब 35 साल बाद एक फोन से परिवार में वापस खुशियां लौट आईं हैं.   

Advertisement
जिसे मरा समझ कर प्रयागराज में किया पिंडदान, वो 35 साल बाद वापस लौट आई घर, एक फोन से लौटी खुशियां
Harsh Katare|Updated: Apr 10, 2025, 11:23 PM IST
Share

Women Returned After 35 Years-मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बेटे ने अपनी मां का पिंडदान कर दिया लेकिन वो 35 साल बाद वापस घर लौट आई. दरअसल राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर की रहने वाली एक 70 वर्षीय महिला करीब 35 साल पहले शाजापुर के कालापीपल स्थित अपने खोखरा गांव से मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने पर अचानक गायब हो गई थी. 

जिसे मृत समझकर परिवार के लोगों ने इलाहाबाद के प्रयागराज जाकर पिंडदान भी कर दिया था. 

महाराष्ट्र में मिली जिंदा
महिला को मृत समझकर परिवार ने पिंडदान कर दिया था. इतना हीन नहीं हर साल परिवार तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर श्राद्ध भी कर रहा था. अब महिला अचानक महाराष्ट्र के नागपुर से जिंदा मिली है. इसके बाद परिवार में वापस खुशियां लौट आई हैं. 

5 साल पहले किया पिंडदान
ब्यावरा शहर के जगात चौक में रहने वाले गोपाल सेन की पत्नी गीता सेन करीब 35 साल पहले अपने मायके शाजापुर जिले के कालापीपल तहसील के खोखरा गांव गई हुई थी वहां से अचानक गायब हो गई. इसके बाद परिवार के लोगों ने गीता बाई की खूब तलाश की लेकिन गीताबाई का कोई सुराग नहीं लगा. इसके बाद करीब 5 साल पहले परिवार के लोगों ने मरा समझकर इलाहाबाद के प्रयागराज जाकर गीताबाई का पिंडदान कर दिया.

मेंटल हॉस्पिटल से आया फोन
एक दिन अचानक महाराष्ट्र के नागपुर के मेंटल हॉस्पिटल से आए फोन के चलते परिवार को लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई. इस फोन पर गीता बाई के जिंदा होने की जानकारी दी गई. इसके बाद नागपुर मेंटल हॉस्पिटल कि समाज सेवा अधीक्षक कुंडा बिडकर और कालापीपल सहित ब्यावरा पुलिस के सहयोग से परिवार नागपुर पहुंचा और गीताबाई को सुरक्षित घर लेकर आए.

नहीं मिल रहा था एड्रेस 
नागपुर के क्षेत्रीय मेंटल हॉस्पिटल की समाज सेवा अधीक्षक कुंडा बिडकर ने बताया कि महिला को कोर्ट के आदेश पर बीमारी के हालात में भर्ती किया गया था. महिला को परिवार और एड्रेस के बारे में कुछ जानकारी नहीं थी. इस दौरान बायोमेट्रिक से भी एड्रेस पता लगाने की कोशिश की गई. लेकिन उसमें भी सफलता नहीं मिली. इस दौरान महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कहीं गांव और पुलिस स्टेशनों और सरपंचों सहित किराना दुकानदारों से संपर्क एड्रेस ट्रेस किया गया फिर भी सफलता नहीं मिल पाई.

1.5 साल बाद मिला पता
19 महीने के बाद ब्यावरा के बारे में जानकारी मिली तो राजगढ़ एसपी कार्यालय में संपर्क किया। इसके बाद पुलिस के सहयोग से परिवार के बारे में जानकारी ली गई परिवार के नागपुर आने पर और परिवार को सुरक्षित सुपुर्द कर दिया है. महिला के वापस घर लौटने के बाद परिवार में खुशियों का माहौल है. 

बेटे ने किया था पिंडदान
गीताबाई के पति गोपाल सेन, बेटे अशोक सेन ने बताया कि मां के लापता होने पर जानकारी नहीं मिलने पर करीब 5 साल पहले इलाहाबाद के प्रयागराज जाकर पिंडदान कर दिया गया था. तब से हर साल श्राद्ध पक्ष में फोटो पर माला चढ़ाकर श्राद्ध भी किया जा रहा था. अब महिला के वापस लौटने पर परिवार के लोगों ने फूल-मालाओं के साथ भव्य स्वागत किया है.

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें MP News और पाएं MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Read More
{}{}