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रिश्वत लो, जमीन दो! अपनी जमीन के लिए दर-दर भटक रहा फौजी, प्रशासन पर भी आरोप

MP News: मध्य प्रदेश के रीवा से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक फौजी रिश्वत देकर अपनी जमीन की मांग कर रहा है. फौजी का कहना है कि रिश्वत लेकर उसकी जमीन को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है.  

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rewa land dispute
rewa land dispute
Zee News Desk|Updated: Apr 23, 2025, 02:29 PM IST
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Rewa Land Dispute News: मध्य प्रदेश के रीवा जिले से बड़ा मामला सामने आया है जहां देश के लिए मर मिटने वाला फौजी अपनी ही जमीन के लिए गुहार लगा रहा है. मामला यहां तक पहुंच गया है कि फौजी अपने जमीन के लिए रिश्वत देने को भी तैयार है. क्या है पूरी वजह पढ़िए इस खबर में...

अपने जमीन के लिए तरस रहा फौजी

दरअसल, ये मामला एमपी के रीवा जिले का है जहां एक रिटायर्ड फौजी अपने ही जमीने के लिए कलेक्टर से गुहार लगाते दिखाई दिया है. रिटायर्ड फौजी योगेश कुमार तिवारी ने तहसील और एसडीएम कार्यालय में लगातार बढ़ती रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि रिश्वत लेकर उनकी जमीन को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज कर दिया गया है जिसके लिए वे दर-दर भटक रहें हैं. यहां तक कि उनकी पुश्तैनी जमीन को रिश्वत लेकर सरकारी करा दिया गया है.

जमीन पर सरकारी कब्जा

पीड़ित ने आगे बताया कि अब उनके पिता रमाशंकर तिवारी के नाम पर दर्ज जमीन पर विद्याधर तिवारी ने कब्जा कर लिया है जहां वह शेड बनाकर आटा चक्की चला रहा है. जब इस बात का विरोध किया जाता है तो आए दिन इस बात पर मारपीट होती है. वहीं कलेक्टर प्रतिभा पाल का कहना है कि सरकारी जमीन पर उनका कब्जा था और उसी की बेदखली का आदेश जारी हुआ किया गया है. 

रिश्वत लो..जमीन दो..

फौजी ने आगे बताया कि उन्होंने कई बार लिखित में कलेक्टर और एसडीएम को जमीन विवाद के बारे में शिकायत कर चुकें हैं लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसकी वजह से अब वे रिश्वत देकर अपने जमीन को वापस पाने के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहें हैं. आपको बता दें कि बीते मंगलवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई में फौजी योगेश कुमार ब्रिफ केस लेकर पहुंचे थे जिसमें जेवर और नकदी रखी हुई थी. उन्होंने बताया कि  प्रशासन की व्यवस्था से निराश होकर मुझे ये कदम उठाना पड़ रहा है.

फौजी हूं....जमीन मेरी मां है

पीड़ित ने आगे बताया कि, मैं एक फौजी हूं धरती मां की रक्षा के लिए तत्पर तैयार रहते हूं. जमीन को अपनी मां मानता हूं और इसकी रक्षा के लिए मर मिटने को भी तैयार रहता हूं. ठीक उसी तरह अपने जमीन को बचाने के लिए भी मैं कुछ भी करने को तैयार हूं. इसलिए पहले ही अपनी पूरी संपत्ति लेकर आया हूं, जो लेना है ले लो और हमारी जमीन लौटा दो.

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