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Kuno National Park: कूनों में फिर गूंजी किलकारी, चीता गामिनी ने 5 शावकों को दिया जन्म

Kuno National Park: मध्य प्रदेश चीता प्रोजेक्ट से जुड़ी एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी ने आज पांच शावकों को जन्म दिया है.  

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Kuno National Park: कूनों में फिर गूंजी किलकारी, चीता गामिनी ने 5 शावकों को दिया जन्म
Ranjana Kahar|Updated: Mar 10, 2024, 06:37 PM IST
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Cheetah Project Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क से अच्छी खबर आई है. दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता गामिनी ने 5 शावकों को जन्म दिया है. इस संबंध में केंद्रीय वन मंत्री भूपेंन्द्र यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी है. साथ ही चीता गामिनी और उसके शावकों की तस्वीरें भी साझा की हैं.

केंद्रीय वन मंत्री भूपेंन्द्र यादव ने दी जानकारी
केंद्रीय वन मंत्री भूपेंन्द्र यादव ने मादा चीता और उसके शावकों की तस्वीरें साझा करते हुए कहा- '5 साल की मादा चीता गामिनी ने 5 शावकों को जन्म दिया है. इसके साथ ही भारत में जन्मे शावकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है. यह भारतीय धरती पर चौथा चीता वंश है और दक्षिण अफ्रीका से लाया गया चीता का पहला वंश है. कूनो राष्ट्रीय उद्यान में शावकों सहित चीतों की कुल संख्या 26 हो गई है'. उन्होंने वन अधिकारियों, पशुचिकित्सकों और फील्ड स्टाफ की टीम को जिन्होंने चीतों के लिए तनाव मुक्त वातावरण सुनिश्चित किया है सभी को बधाई भी दी है.

 

 

सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने जताई खुशी
सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने भी इस पर खुशी जताई है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर फोटो और वीडियो शेयर करते हुए लिखा- 'मध्यप्रदेश में 5 नवजात शावकों का स्वागत है. कूनो नेशनल पार्क से खुशखबरी है कि चीतों के कुनबे में वृद्धि हुई है. माननीय प्रधानमंत्री जी ने मध्यप्रदेश को चीतों की सौगात दी और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए प्रेरणा प्रदान करते हुए मार्गदर्शन दिया. वन्यजीवों के संरक्षण, विशेषकर चीतों के अस्तित्व के लिए अनुकूल वातावरण बनाने हेतु समर्पित पूरी टीम को बधाई देता हूं'.

 

बता दें कि मध्य प्रदेश में 17 सितम्बर 2022 को पहली बार नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे. इसके बाद 12 और चीते दक्षिण अफ्रीका से आए थे. जिसके बाद से चीता प्रोजेक्ट उतार-चढ़ाव से गुजरा है. क्योंकि कई चीतों की मौत हो जाने से इस प्रोजेक्ट पर सवाल भी उठे थे, लेकिन अब अच्छी खबरें भी आ रही हैं.

रिपोर्ट- अजय राठौड़

 

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