MP Monsoon Update: आखिरकार मध्यप्रदेश में सोमवार दोपहर बाद मानसून ने दस्तक दे दी है. यह बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर होते हुए प्रदेश में पहुंचा. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार मानसून एक दिन देरी से आया है, जबकि पिछले साल 21 जून को यह छह दिन की देरी से पहुंचा था. बता दें कि मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री 15 जून के आसपास होती है, लेकिन इस बार देश में मानसून 8 दिन पहले ही आ गया था, इसलिए उम्मीद थी, कि यह एमपी में भी जल्दी पहुंच जाएगा, लेकिन महाराष्ट्र में इसकी गति धीमी रही, जिससे यह रुका रहा.
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से तेज बारिश हुई, जिससे गर्मी से राहत मिली. सबसे ज्यादा बारिश छतरपुर जिले के नौगांव में दर्ज हुई, जहां सवा इंच तक पानी गिरा. रीवा में 1 इंच से ज्यादा और मंडला में आधा इंच बारिश हुई. वहीं धार, गुना, रतलाम, सागर, सतना, बालाघाट, खंडवा, बड़वानी, टीकमगढ़, अशोकनगर और हरदा में भी बारिश होती रही. राजधानी भोपाल में भी शाम होते-होते मौसम बदला और कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई. बारिश के साथ ही लोगों को गर्मी से राहत मिली और दिन के तापमान में भी गिरावट देखने को मिली.
कहां कितना तापमान
सोमवार को प्रदेश के अधिकतर शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया. नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा 40.2 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि सीधी में 38.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 37.7 डिग्री, खरगोन में 36.6 डिग्री और उमरिया में 36.2 डिग्री तापमान रहा. पांच बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 37.5, इंदौर में 34.6, ग्वालियर में 37, उज्जैन और जबलपुर में 38 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया. वहीं पचमढ़ी ने ठंडक का एहसास कराया, जहां दिन का न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री दर्ज हुआ.
देवास की हवा साफ
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश की हवा में भी बदलाव देखने को मिला है और वायु गुणवत्ता में थोड़ा बदलाव देखने को मिला है. वहीं देवास की हवा प्रदेश में सबसे साफ रही, जहां एक्यूआई 59 दर्ज हुआ. इसे ‘सामान्य’ श्रेणी में रखा गया है. इसके मुकाबले ग्वालियर की हवा ज्यादा प्रदूषित रही, जहां एक्यूआई 129 तक पहुंच गया. भोपाल का एक्यूआई 62, इंदौर का 69 और जबलपुर का 74 रहा. वायु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, देवास अब सबसे बेहतर हवा वाले शहरों में गिना जा रहा है.
अब मानसून सक्रिय
मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन, एक टर्फ लाइन और एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हैं. इन मौसमी सिस्टम की वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और आंधी का सिलसिला बना हुआ है. मानसून अब सक्रिय हो गया है और आगे उत्तर, पूर्व और मध्य जिलों की ओर तेजी से बढ़ रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि यह स्थिति आने वाले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है.
इस बार ज्यादा बारिश
वहीं (IMD) ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है. विभाग के अनुसार, जून से सितंबर तक मध्यप्रदेश में औसतन 104 से 106 प्रतिशत बारिश होने की संभावना है. इसका मतलब है कि इस बार 40 इंच या उससे ज्यादा बारिश हो सकती है. यह पूर्वानुमान 27 मई को जारी किया गया था और अब जो हालात बन रहे हैं, वे इसी ओर इशारा कर रहे हैं.
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