MP Congress Jila Adhyaksha: एमपी में राहुल गांधी के दौरे बाद कांग्रेस संगठन सृजन अभियान चला. पूरे मध्य प्रदेश में नए जिला अध्यक्षों को लेकर मंथन चल रहा है. पर्यवेक्षकों को जिले और ब्लॉकस्चर पर सर्वे करने को कहा गया. कार्यकर्ता भी जिला अध्यक्ष पद के लिए दावेदार खोज रहे हैं. कुछ जिलों से नामों की लंबी चौड़ी लिस्ट सामने भी आ रही है. दावा किया जा रहा है कि उज्जैन में लिस्ट तैयार है, सिर्फ मुहर लगना बाकि है. एआइसीसी पर्यवेक्षक रागिनी नायक ने ब्लॉक स्तर पर चर्चा कर ली है. नदीम जावेद भी इसी मंथन में लगे हैं.उज्जैन से आधा दर्जन से ज्यादा लोग अभी तक दावेदारी दे चुके हैं. वहीं अकेले भिंड से 30 दावेदार खड़े हैं, अभी और कितने नाम जुड़ेंगे कहना कठिन है. ऐसे में पार्टी के लिए इतने सारे नामो में से चयन बड़ी उलझ दिख रही है.
अकेले भिंड से 30 लोगों की दावेदारी
भिंड में कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान चला. बैठकों के लंबे लंबे दौर के बाद ताजा अपडेट ये है कि 30 लोग दावेदारी ठोक चुके हैं. जिलाध्यक्षों के नाम को लेकर सर्वे लगभग पूरा हो चुका है. केंद्र व प्रदेश पर्यवेक्षकों ने पांचों विधानसभा क्षेत्रों में 3 दिन बिताए और सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया. इसी के बाद सभी का फीडबैक तैयगर किया गया है. मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक 6 नामों का पैनल बनाकर जिले से भोपाल भेजे जाएंगे. भिंड से जिन नामों के बारे में बताया जा रहा है वो हैं जिला पंचायत सदस्य संजू जाटव, शांति कुशवाह और महिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा भदौरिया भी शामिल हैं.
इस बार उम्र सीमा भी घटी
इस बार के राहुल गांधी ने मंच से साफ कर दिया था कि राज्य में बदलाव जरूरी है. कांग्रेस प्रदेश में युवा जिला अध्यक्षों के चुनाव के पैमाने पूरी तरह से बदल देगी. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस काम के लिए 165 ऑब्जर्वर्स नियुक्त किए थे. इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कुछ बिंदुओं को साफ किया था जैसे जिन नेताओं ने पार्टी में 5 साल पूरे नहीं किए हैं, उनके नाम पैमल में नहीं होंगे. दावेदारों की उम्र 35 साल से 45 साल से कम ही होनी चाहिए. इससे ज्यादा उम्र के नेताओं को मौका नहीं मिलेगा. जिला अध्यक्ष के लिए पहले 6 नामों का पैनल तैयार होगा. इनमें एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक और महिलाओं को शामिल करने अनिवार्य है. हर जाति, समाज को भी ध्यान में रखकर पैनल तैयार किया जाए. इन सब बिंदुओं को ध्यान में रखकर जिलेवार जो नाम सामने आ रहे हैं, वो भी अब कांग्रेस के आलाकमान के लिए बड़ी चुनौती होगी.
सोर्स- भास्कर डाट कॉम