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Raipur News: टीचर की डांट से छात्रों ने उठाया खतरनाक कदम, घर वाले भी परेशान

CG News: रायपुर से अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यहां सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले तीन छात्र टीचर की डांट का बुरा मानकर घर जाने की बजाए, रायपुर से ओडिशा पहुंच गए. तीनों छात्र करीब तीन दिन बाद वापस अपने घर लौटे हैं.  

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सांकेतिक फोटो(meta ai)
सांकेतिक फोटो(meta ai)
Zee News Desk|Updated: Jul 15, 2025, 03:07 PM IST
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Raipur News: इन दिनों बच्चों के व्यवहार में हो रहे बदलाव से हर मां-बाप परेशान हैं. हर छोटी-छोटी बात पर बच्चों का रूठ जाना उनके मानसिक स्थिति के बारे में भी बताता है. कुछ ऐसा ही मामला राजधानी रायपुर से भी सामने आया है. यहां 9वीं और 10वीं के छात्र टीचर की डांट का इस कदर बुरा मान गए कि स्कूल से घर जाने की बजाए ट्रेन पकड़कर ओडिशा पहुंच गए.

क्या है पूरा मामला  
यह पूरा मामला रायपुर के सरकारी स्कूल स्वामी आत्मानंद बीपी पुजारी का बताया जा रहा है. पढ़ाई में लापरवाही की वजह से कक्षा 9वीं और 10वीं के तीन छात्रों को डांट लगाई गई. स्कूल में उनकी अव्यवहारिक हरकतों की वजह से छात्रों के घरवालों को स्कूल बुलाकर उन्हें और डांट लगाई गई. टीचर से मिली डांट का असर छात्रों पर इस तरह हुआ कि वे छुट्टी के बाद घर जाने की बजाए सीधा रेलवे स्टेशन पहुंच गए.

रायपुर से ऐसे पहुंचे ओडिशा  
घर पर बिना किसी को सूचना दिए तीनों छात्र ट्रेन में सवार होकर एक अनजान सफर पर निकल गए. वे कहां जा रहे, इसकी जानकारी न उन्हें थी न ही उनके घर वालों को. शनिवार को तीनों छात्र पहले बागबाहरा पहुंचे. वहां माता चंडी मंदिर के दर्शन और प्रसाद ग्रहण कर मंदिर परिसर में ही सो गए. रविवार को तीनों टिटलागढ़ के लिए रवाना हुए और वहां करीब चार घंटे बिताने के बाद वापस रायपुर के लिए निकल पड़े.

स्कूल के पास ही मिले छात्र  
हैरानी तब हुई जब पता चला कि तीनों छात्र बिना पैसे और मोबाइल के इतना लंबा सफर तय किया है. छात्रों ने बताया कि वे लोकल बोगी में अन्य यात्रियों की मदद से ट्रेन बदलते रहे और किसी तरह वापस रायपुर लौट गए. इसी दौरान रविवार देर रात एक छात्र किसी तरह अपने घर पहुंचा और चुपचाप जाकर अपने घर की छत पर सो गया. वहीं बाकी के दो छात्र पूरी रात स्टेशन के पास ही भटकते रहे. अगले दिन सोमवार को दोनों छात्र अपने स्कूल बैग के साथ स्कूल के पास ही मिले, जिसके बाद से परिवार वालों ने छात्रों को समझा-बुझाकर वापस घर लाया गया.

सोर्स: नई दुनिया

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