MP News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से ईवीएम, वीवीपैट मशीन और चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने राजधानी भोपाल में ईवीएम मशीन में गड़बड़ी का एक डेमों भी दिया है. वहीं दिग्विजय सिंह के इस मुद्दे पर पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी उनका समर्थन किया है. ऐसे में यह मुद्दा फिर गर्माता नजर आ रहा है. वहीं बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस पर पलटवार करते हुए बड़ा आरोप लगाया है.
'मुझे भरोसा नहीं'
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने भोपाल में ईवीएम में गड़बड़ी का डेमो दिखाते हुए कहा 'मुझे ईवीएम मशीन और चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है. ईवीएम से छेड़छाड़ हो रही है, इसलिए मेरा कहना है कि ईवीएम मशीन में वोटिंग के बाद मतदाता को पर्ची मिलनी चाहिए.' दिग्विजय सिंह ने कहा 'मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 230 सीटों पर गड़बड़ी की गई है, ऐसे में हम कई सीटों पर 60 से 70 हजार तक वोटों से हार गए.'
कमलनाथ ने किया दिग्विजय सिंह का समर्थन
इस मामले में कमलनाथ ने भी दिग्विजय सिंह का समर्थन किया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा 'भारतीय चुनाव प्रक्रिया में ईवीएम मशीन की विश्वसनीयता को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने तकनीकी विशेषज्ञों के साथ आज भोपाल में डमी ईवीएम मशीन में छेड़छाड़ का प्रदर्शन एक पत्रकार वार्ता के जरिए प्रस्तुत किया. वहां मौजूद पत्रकारों ने स्वयं डमी ईवीएम का बटन दबाया और यह पाया कि न सिर्फ वोट संख्या में बल्कि वीवीपेट से प्राप्त होने वाली पर्ची में भी बदलाव किया जा सकता है.'
'इसका सीधा अर्थ है कि जो वोट भारत का नागरिक डाल रहा है उसमें छेड़छाड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. इसलिए यह आवश्यक हो गया है कि भारतीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए और भारत के नागरिकों का मतदान 100 प्रतिशत सुरक्षित करने के लिए वोटिंग की प्रणाली में बदलाव किया जाए. ईवीएम हटाकर मत पत्र से चुनाव कराए जाएं। और अगर ईवीएम से ही चुनाव कराने हैं तो वोट की पर्ची मतदाता को हाथ में मिलनी चाहिए जिसे वह मत पेटी में डालें और इसी पर्ची को गिना जाए.' बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने ईवीएम मशीन पर सवाल उठाए हो, दोनों नेता इससे पहले भी यह मुद्दा उठाते रहे हैं.
बीजेपी का पलटवार
दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया, बीजेपी नेता नरेंद्र सलूजा ने कहा 'दिग्विजय सिंह यह सच्चाई स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि जनता ने उन्हें नकार दिया है. इसलिए वह ईवीएम पर सवाल खड़े कर रहे हैं. लेकिन दिग्विजय सिंह को यह समझना चाहिए कि उनके साथ उनकी पार्टी के नेता ही नहीं हैं, लेकिन उनका बेटा चुनाव जीत रहा है, लेकिन उनका भाई चुनाव हार रहा है तो फिर घर में ही कलह हो रही होगी.'
बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है, जिसके बाद दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ईवीएम मशीनों पर सवाल उठाते रहे हैं, जबकि बीजेपी इस मामले में दोनों नेताओं पर पलटवार करती रही है, ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर यह मुद्दा उठता नजर आ रहा है.
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