trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh12025453
Home >>MPCG Trending News

Indore News: फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश, ऐसे लगाते थे बरोजगारों को चूना

 MP News: मध्यप्रदेश के इंदौर में विजय नगर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. बता दें कि फर्जी मार्कशीट बनाने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.   

Advertisement
 Indore News: फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश, ऐसे लगाते थे बरोजगारों को चूना
Ranjana Kahar|Updated: Dec 23, 2023, 07:36 PM IST
Share

Madhya Pradesh News In Hindi: इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस ने फर्जी मार्कशीट बनाने वाले दो आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है. पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने 8 मोबाइन फोन , तीन लैपटॉप , कलर प्रिंटर सहित माध्यमिक परिषद् दिल्ली एवं उत्तरांखड राज्य ओपन इंडियन इंस्टीटयूट,अल्ट्रा मेडिसिन तथा ग्लोबल यूनिवर्सिटी की मार्कशीट और अन्य बोर्ड विश्वविद्यालय की कोरी मार्कशीट जप्त की गई है. इसके अलावा बोर्ड और विश्वविधालय के होलोग्राम और सभी बोर्ड की सील भी जप्त की गई है.

पुलिस ने एक आरोपी को झारखंड से किया गिरफ्तार
बता दें कि दोनों आरोपियों को पुलिस ने रांची झारखंड से गिरफ्तार किया है. दरसअल फरयादी आशीष श्रीवास्तव ने विजय नगर पुलिस को फर्जी मार्कशीट के बारे में शिकायत की थी. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रांची का रहने वाला दिनेश तिरोले जो कि इंदौर के खंडवा नाका में अपनी पहचान छुपाकर अपने बड़े भाई अमित के साथ रह रहा था उसे गिरफ्तार किया. वहीं दूसरा आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था जिसकी लोकेशन रांची झारखंड में मिली थी जहां पुलिस की एक टीम द्वारा कुमार आर्यन उर्फ मुकेश को रांची से गिरफ्तार किया गया.

बगैर परीक्षा दिए पास का मार्कसीट
आरोपी मुकेश और अमित बिहार से सभी विश्वविधालय एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद् दिल्ली की मार्कशीट जो बच्चे पढाई में कमजोर होते थे उनकी बगैर परीक्षा दिये ही फर्जी तरीके से 2 हजार , 5 हजार और 10 हजार रुपये में बनवा दिया करते थे. पुलिस ने मुकेश और अमित को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अब तक फर्जी मार्कशीट मामले में 35 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. 

यह भी पढ़ें: MP News: नगरीय प्रशासन विभाग की वेबसाइट हैक, बंद हुई ये सेवाएं

 

मिली जानकारी के अनुसार कुमार आर्यन जेएनयू का पूर्व छात्र है. आर्यन ने 10 से ज्यादा राज्यों में नेटवर्क फैला रखा था. इसी मामले में तीन सरकारी कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया गया है.

रिपोर्ट- शिव मोहन शर्मा

Read More
{}{}