trendingNow/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh12838848
Home >>उज्जैन

MP News: एमपी के इस अस्पताल में 'हुक्का' पिलाकर हो रहा मरीजों का इलाज, रोगियों की लग रही कतार!

Ujjain News: उज्जैन के एक अस्पताल में मरीजों को हुक्का पिलाकर उनका इलाज किया जा रहा है. इतना ही नहीं, यहां इलाज कराने के लिए मरीजों की भारी भीड़ भी जुट रही है.

Advertisement
MP News: एमपी के इस अस्पताल में 'हुक्का' पिलाकर हो रहा मरीजों का इलाज, रोगियों की लग रही कतार!
Ranjana Kahar|Updated: Jul 13, 2025, 11:36 PM IST
Share

Madhya Pradesh News In Hindi: मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक अस्पताल में मरीजों को हुक्का पिलाकर इलाज किया जा रहा है. जी हाँ, यहां मरीजों को खुलेआम हुक्का पिलाया जा रहा है. जहां धूम्रपान लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है, वहीं इस अस्पताल में हुक्का पिलाकर इलाज करना चर्चा का विषय बन गया है. इतना ही नहीं, इस अस्पताल में इलाज के लिए मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है.आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.

यह भी पढ़ें: Katni News: सरपंच की दबंगई! बाप-बेटे को लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा, इस बात का निकाला बदला

 

हर्बल 'हुक्का' पिलाकर हो रहा मरीजों का इलाज
दरअसल, उज्जैन स्थित शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेदिक चिकित्सालय में एक अनोखा स्वास्थ्य उपचार किया जा रहा है. यहां अस्थमा, साइनस और फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित मरीजों का इलाज हुक्के से किया जा रहा है, जिसे आमतौर पर हानिकारक माना जाता है. अस्पताल में प्रवेश करते ही यह हुक्का बार जैसा लगता है, लेकिन यहां विशेष आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से तैयार हर्बल हुक्का इलाज के लिए दिया जाता है. यह सर्दी-जुकाम और सांस संबंधी अन्य समस्याओं से भी राहत देता है, और इसमें किसी भी तरह का तंबाकू या हानिकारक रसायन नहीं होता.

सैकड़ों मरीज़ ले चुके हैं लाभ
बता दें कि इस अस्पताल में अब तक सैकड़ों मरीज़ इस पद्धति से लाभान्वित हो चुके हैं. यहां अस्थमा, साइनस और फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित मरीजों को विशेष आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से तैयार हर्बल हुक्का दिया जा रहा है. मरीज़ भी यहां बड़ी संख्या में आते हैं.  

यह भी पढ़ें: MP Unique Protest: एमपी में यहां ग्रामीणों ने सड़क पर ही कर दी खेती, प्रशासन को भी दी बड़ी चेतावनी, जानें पूरा मामला

 

हर्बल धूम्रपान उपचार क्या है?
आयुर्वेदिक कॉलेज के एमडी डॉ.निरंजन सराफ के मुताबिक, यह पद्धति कोई नई खोज नहीं है. आयुर्वेद में धूम्र चिकित्सा (हर्बल धुएं से उपचार) प्राचीन काल से चली आ रही है. हालांकि, कोरोना काल के बाद ये एक बार फिर चर्चा में आया है. उन्होंने बताया कि हर्बल हुक्के का धुआं फेफड़ों की नलियों को साफ़ करता है, हानिकारक सूक्ष्मजीवों को खत्म करता है और शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बेहतर बनाने में मदद करता है. (सोर्स- लल्लूराम डॉट कॉम)

मध्य प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें  MP News और पाएं MP Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी । मध्य प्रदेश  की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

 

Read More
{}{}