Manikrao Kokate Jungle Rummy Video: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कद्दावर नेता माणिकराव कोकाटे (Manikrao Kokate) को असेंबली के अंदर कथित तौर पर रमी गेम खेलने का वीडियो वायरल होने के बाद कृषि मंत्रालय से हटा दिया गया है और अब उन्हें क्रीड़ा और युवक कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. जबकि, उनकी जगह पर दत्तात्रेय भरने को कृषि मंत्री बनाया गया है. उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात के बाद ये फैसला किया गया है. इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मिलकर मंत्रिमंडल में मणिकराव कोकाटे के मंत्रालय में बदलाव करने की चर्चा की थी. माणिकराव कोकाटे कथित तौर पर विधानसभा में रमी खेलते वीडियो में कैप्चर हुए थे. इसके साथ ही किसानों के फसल बीमा को लेकर की गई टिप्पणी के बाद वो लगातार विपक्ष के निशाने पर थे और विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग कर था.
सफाई में माणिकराव कोकाटे ने कही थी ये बात
वीडियो वायरल होने के बाद माणिकराव कोकाटे ने सफाई दी थी और कहा था कि उन्होंने कभी रमी गेम नहीं खेला. उन्होंने कहा कि उनके मोबाइल पर एक विज्ञापन आ गया था और वह उसे स्किप कर रहे थे. इसी दौरान किसी ने उनका वीडियो बना लिया. 45 सेकेंड के वीडियो के बारे में जब उनसे पूछा गया कि क्या विज्ञापन को स्किप करने में 45 सेकेंड लगते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि, 'हां किसी को 5 सेकेंड लगते होंगे तो किसी को 10 सेकेंड लगते होंगे, लेकिन मुझे 45 सेकेंड लगते हैं.
कैसे चर्चा में आया माणिकराव कोकाटे के रमी विवाद का मामला?
एनसीपी (शरदचंद्र पवार) विधायक रोहित पवार ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर 20 जुलाई को 2 वीडियो क्लिप शेयर किया, जिसमें माणिकराव कोकाटे (Manikrao Kokate) विधान परिषद के मानसून सत्र के दौरान अपने मोबाइल फोन पर ऑनलाइन ‘रमी’ खेलते नजर आ रहे थे. इसके बाद वीडियो शेयर उन्होंने 22 जुलाई को फिर से वीडियो शेयर किया और लिखा, 'मैं इन वीडियो को आवाज के साथ शेयर करने से बच रहा था, ताकि विधायिका की बदनामी न हो. लेकिन, चूंकि मंत्री ने अदालत जाने की बात कही है, इसलिए मैं जनता की अदालत में सच्चाई लाने के लिए मजबूर हूं. अब न केवल इसकी जांच होनी चाहिए, बल्कि यह भी पता लगना चाहिए कि कृषि मंत्री रमी खेल रहे थे या नहीं. कोकाटे साहब को नैतिकता के साथ मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि यह जांच निष्पक्ष तरीके से हो सके. महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि सच्चाई को छुपाया नहीं जा सकता तो फिर इस्तीफा देने और किसानों को कष्ट देने के लिए अगले सत्र का इंतजार क्यों किया जाए?'
सभागृहाचं कामकाज संपलं होतं हे कृषिमंत्री महोदयांचं विधान धडधडीत खोटं आहे. उलट विकासाच्या मूळ प्रवाहापासून दूर असलेल्या आदिवासी बांधवांना दुधाळ जनावरं देण्याच्या अत्यंत महत्त्वाच्या विषयावर सभागृहात चर्चा सुरु होती, पण ‘ओसाड गावच्या पाटलांना’ या चर्चेत… pic.twitter.com/KQJE4eHtwz
— Rohit Pawar (@RRPSpeaks) July 22, 2025
माणिकराव कोकाटे का विवादों से रहा है पुराना नाता
नासिक जिले के सिन्नर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले माणिकराव कोकाटे (Manikrao Kokate) का विवादों से पुराना नाता रहा है और वो अक्सर विवादित बयान देते रहे हैं. इस साल अप्रैल में कोकाटे ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि किसान कृषि योजनाओं से प्राप्त धन को इच्छित उद्देश्यों पर खर्च नहीं करते, बल्कि इसका उपयोग सगाई और शादियों में करते हैं. इसके बाद उनकी काफी निंदा हुई थी और विपक्ष हमलावर हो गया था. इसके बाद उन्होंने माफी मांगी थी. इसके अलावा इस साल की शुरुआत में कथित तौर पर उन्होंने किसानों की तुलना भिखारियों से कर दी थी.
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