trendingNow12832669
Hindi News >>देश
Advertisement

'मुझे कोई पछतावा नहीं वापस पीटूंगा...', कैंटीन संचालक पर थप्पड़ बरसाने वाले विधायक के बोल, खराब खाने पर की थी पिटाई

MLA Beats Cnteen Staff: महाराष्ट्र में शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने MLA हॉस्टल में खराब खाना मिलने पर कैंटीन संचालक की पिटाई लगा दी. उन्होंने अपने इस बर्ताव को सही भी ठहराया.  

'मुझे कोई पछतावा नहीं वापस पीटूंगा...', कैंटीन संचालक पर थप्पड़ बरसाने वाले विधायक के बोल, खराब खाने पर की थी पिटाई
Shruti Kaul |Updated: Jul 09, 2025, 01:34 PM IST
Share

MLA Sanjay Gaikwad: देश की आर्थिक राजधानी इन दिनों काफी विवादों में है. महाराष्ट्र में जहां मराठी भाषा थोपकर लोगों की पिटाई की जा रही है तो वहीं अब पिटाई करने के मामले में नेताओं का नाम भी आ रहा है. बता दें कि शिवसेना शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ मुंबई स्थित आकाशवाणी MLA हॉस्टल पहुंचे, जहां उन्होंने दाल खराब होने पर एक कैंटीन संचालक की जमकर पिटाई लगा दी. 

कैंटीन संचालक पर बरसाए थप्पड़ 
विधायक गायकवाड़ ने अपनी इस हरकत को सही ठहराया. वहीं उन्होंनेअपने इस गुस्से का कारण कैंटीन में परोसे जा रहे बासी-दाल चावल को बताया. उन्होंने कहा,' मैंने मंगलवार रात लगभग साढ़े नौ बजे दाल, रोटी और चावल का ऑर्डर दिया था. यही मेरा तय डिनर टाइम है. मैंने दाल और चावल मिलाए, लेकिन पहले ही निवाले का स्वाद अजीब था. मैंने दूसरा निवाला लिया और मुझे उल्टी आ गई.'  

ये भी पढ़ें- Pok की सबसे खूबसूरत महिलाएं, 65 की उम्र में भी बन सकती हैं मां! 

'मैं एक विधायक हूं और एक योद्धा भी...' 
मीडिया ने जब विधायक से पूछा कि क्या इस तरह का बर्ताव उन्हें शोभा देता है तो विधायक ने कहा,' मैं एक विधायक हूं और एक योद्धा भी. जब बार-बार कोशिश करने के बाद किसी ने मेरी बात नहीं मानी, तो मैंने बालासाहेब ठाकरे द्वारा सिखाई गई भाषा का इस्तेमाल किया. मैं अपना आपा खो बैठा. मैं जूडो, जिम्नास्टिक, कराटे और कुश्ती में चैंपियन हूं. मैं गांधीवादी नहीं हूं. मुझे कोई पछतावा नहीं है. मुझे नहीं लगता कि मैंने कुछ गलत किया. मैं यह मुद्दा विधानसभा में भी उठाऊंगा.'   

ये भी पढ़ें- नीचे से ऊपर बहता है भारत का ये झरना, ग्रेविटी भी नहीं आता किसी काम, देखकर फटी रह जाएंगी आंखें

खराब खाना दिया तो वापस पीटूंगा: विधायक 
विधायक से जब पूछा गया कि क्या खाना ठीक न होने पर इस तरह से हिंसा जायज हो सकती है तो उन्होंने कहा,' हजारों लोग यहां आते हैं क्योंकि यह एक सरकारी कैंटीन है. मैं जनता का प्रतिनिधि हूं और अगर किसी को लोकतंत्र की भाषा समझ नहीं आती, तो यही मेरी भाषा होगी. यह शिवसेना का अंदाज है.' विधायक ने कहा कि अगर उन्हें वापस खराब खाना दिया गया तो वह दोबारा ऐसे ही कैंटीन संचालक की पिटाई करेंगे. विधायक ने कहा कि कैंटीन में बासी और खराब खाना दिया जाता है, जिसकी शिकायत कई बार की जा चुकी है, लेकिन कोई नहीं सुनता है.  

Read More
{}{}