Maharashtra politics: महाराष्ट्र में पिछले कुछ समय से अटकलें चल रही थीं कि शरद पवार अपने भतीजे अजित पवार के साथ आ सकते हैं. वहीं अब इन अटकलों के 7बीच शरद पवार का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने अजित पवार का नाम लिए बिना कहा कि भाजपा के साथ हाथ मिलकार अवसरवाद की राजनीति करने वालों को प्रोत्साहन नहीं दिया जा सकता है. शरद पवार का यह बयान उस समय सामने आया है जब दोनों चाचा-भतीजे के वापस एकजुट होने की संभावना दिख रही थी.
एकजुटता पर बोले शरद पवार
शरद पवार ने मंगलवार 17 जून 2025 को पिपंरी चिंचवाड़ी में SP के कार्यकर्ताओं के साथ एक सभा में कहा कि वह उन लोगों को साथ रखने की इच्छा रखते हैं, जो जवाहरलाल नेहरू, महात्ता गांधी, महातमा ज्योतिराव फुले और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की विधारधारा को मानते हैं.
ये भी पढ़ें- बांग्लादेश में आ रहा नया भूचाल, यूनुस के छूट रहे पसीने, अब कौन छीनेगा सत्ता?
भाजपा पर साधा निशाना
शरद पवार ने सभा में कहा,' अभी किसी ने कहा कि सबको साथ लेकर चलना चाहिए. इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन 'सब' कौन हैं? जो लोग गांधी-नेहरू, फुले और अंबेडकर की विचारधारा में विश्वास रखते हैं मैं उन्हें साथ ले सकता हूं, लेकिन अगर कोई सत्ता के लिए भाजपा के साथ जा रहा है, तो यह कांग्रेस की विचारधारा नहीं है. कोई किसी के साथ भी जुड़ सकता है, लेकिन भाजपा के साथ जाना NCP की विचारधारा के अनुरूप नहीं हो सकता.'
नहीं होगी चाचा भतीजे में सुलह?
शरद पवार ने आगे कहा कि ऐसी अवसरवादी राजनीति को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता. हमें आगे का रास्ता उसके मुताबिक ही तय करना चाहिए. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जो लोग पार्टी छोड़ चुके हैं उनके बारे में टेंशन न लें और आने वाले स्थानीय निकाय के चुनाव के लिए तैयारी करें. बता दें कि बीते कुच दिनों में अलग-अलग मौकों पर दोनों चाचा-भतीजों की लगातार हुई बैठकों के कारण इनके एकजुट होने की अटकलें तेज हो गई थीं, हालांकि शरद पवलार इन बयानों से ऐसा बिल्कुल भी सच होता नहीं दिखाई दे रहा है.
Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.