trendingNow12544198
Hindi News >>देश
Advertisement

Meerut: मेरठ के जुनैद को सऊदी में मौत की सजा... परिवार ने मोदी सरकार से लगाई गुहार-'उसकी जान बचा लो'

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के राचौटी गांव निवासी 35 वर्षीय जैद जुनैद को सऊदी अरब की मक्का की एक अदालत ने मादक पदार्थों की कथित तस्करी के लिए मौत की सजा सुनाई है. इस फैसले ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है.

Meerut: मेरठ के जुनैद को सऊदी में मौत की सजा... परिवार ने मोदी सरकार से लगाई गुहार-'उसकी जान बचा लो'
Gunateet Ojha|Updated: Dec 04, 2024, 10:16 PM IST
Share

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के राचौटी गांव निवासी 35 वर्षीय जैद जुनैद को सऊदी अरब की मक्का की एक अदालत ने मादक पदार्थों की कथित तस्करी के लिए मौत की सजा सुनाई है. इस फैसले ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है. परिवार ने भारत सरकार से दखल देने और जुनैद की जान बचाने की गुहार लगाई है.

जिला प्रशासन और भारतीय दूतावास का पत्र

मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन ताडा ने पुष्टि की कि सऊदी अरब में भारतीय दूतावास ने जिला प्रशासन को इस मामले से संबंधित एक पत्र भेजा है. पत्र के अनुसार, जुनैद को जनवरी 2023 में गिरफ्तार किया गया था और मुकदमे के बाद मौत की सजा दी गई. परिवार को इस फैसले के खिलाफ दया याचिका दायर करने के विकल्प के बारे में सूचित किया गया है.

परिवार की आर्थिक स्थिति और मानसिक हालत

जुनैद के पिता जुबैर किसान हैं और इस खबर के बाद उनकी मां रेहाना बेसुध हो गई हैं. परिवार के लिए यह खबर किसी वज्रपात से कम नहीं है. बड़े भाई सुहैल ने बताया कि उन्होंने केंद्र सरकार से सऊदी अधिकारियों के समक्ष दया याचिका दायर करने का अनुरोध किया है.

जुनैद का संघर्ष और विवाद की शुरुआत

परिजनों के अनुसार, जुनैद 2018 में सऊदी अरब गया था और एक कंपनी में वाहन चालक के तौर पर काम करता था. बाद में कंपनी बदलने के दौरान वाहन चोरी और दुर्घटना जैसे विवाद उत्पन्न हुए. इन विवादों के कारण जुनैद को एक नई नौकरी करनी पड़ी, जहां उसे कथित तौर पर मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में फंसा दिया गया.

मामले की गंभीरता और गिरफ्तारी

जुनैद को 15 जनवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया था. सऊदी पुलिस का दावा है कि जिस वाहन को वह चला रहा था, उसमें 700 ग्राम मादक पदार्थ पाए गए. तब से वह जेद्दा की सेंट्रल जेल में बंद है. परिवार का कहना है कि यह आरोप झूठा है और जुनैद को फंसाया गया है.

भाई नईम का समन्वय और उम्मीद

जुनैद का बड़ा भाई नईम भी सऊदी अरब में वाहन चालक के तौर पर काम करता है और रिहाई के प्रयासों में परिवार के संपर्क में है. परिवार को उम्मीद है कि भारत सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करेगी और जुनैद को बचाने में मदद करेगी.

'बस जुनैद जिंदा वापस आ जाए'

जुनैद के पिता जुबैर ने कहा, “हमने पहले कभी ऐसी मुसीबत नहीं देखी. अब हम बस यही चाहते हैं कि हमारा बेटा जिंदा वापस लौट आए. हमें भारत सरकार से उम्मीद है कि वह हमारी मदद करेगी.” जुनैद के परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय से अपील की है कि वे सऊदी अरब में भारतीय दूतावास के जरिए इस मामले में हस्तक्षेप करें.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

Read More
{}{}