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Mumbai Car Accident: एक्सीडेंट से 15 मिनट पहले ट्रैफिक पुलिस ने रोकी थी कार, आगे पति-पत्नी के साथ क्या हुआ

अच्छी सलाह माननी चाहिए. अगर वो सड़क के नियमों को लेकर हो तो अनिवार्य रूप से. ऐसा ही कुछ मुंबई में एक दंपति के साथ हुआ. बारिश के बीच सड़क पर अचानक कार डिवाइडर से टकराती है लोग बचाने के लिए दौड़े. कार दो बार पलट गई थी. बाहर निकाला गया तो दोनों बिल्कुल सेफ थे. पति को हल्की खरोंच आई थी. अब वे हादसे से ठीक 15 मिनट पहले की एक सलाह को जान बचाने का क्रेडिट दे रहे हैं. 

Mumbai Car Accident: एक्सीडेंट से 15 मिनट पहले ट्रैफिक पुलिस ने रोकी थी कार, आगे पति-पत्नी के साथ क्या हुआ
Anurag Mishra|Updated: Jul 29, 2025, 04:48 PM IST
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इसे दैवीय कृपा कहिए या चमत्कार. मुंबई में एक पति-पत्नी के साथ जो हुआ, वे इसे जीवनभर भूल नहीं पाएंगे. दोनों कार से जा रहे थे, उस समय बारिश हो रही थी. अचानक अंधेरी (ईस्ट) में उनकी कार का एक्सीडेंट हो जाता है. चौंकाने वाली बात यह है कि हादसे से ठीक 15 मिनट पहले सड़क पर एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उनकी कार रोकी थी. उसने 1000 रुपये फाइन की बात कही थी. उसी समय पुलिसवाले की दी गई एक सलाह कपल के लिए जीवनदान साबित हुई. 

जी हां, यह सच्ची घटना हर सड़क पर चलने वाले के लिए प्रेरणा है. सड़क के नियमों का पालन करना क्यों जरूरी है, इससे पता चलता है. दरअसल, जिस समय ट्रैफिक पुलिस के जवान परवीन क्षीरसागर ने कार रोकी थी, उस समय गौतम रोहरा गाड़ी चला रहे थे और उनकी पत्नी बगल में बैठी थीं. पति ने तो सीट बेल्ट लगाई थी लेकिन महिला ने नहीं. 

पुलिसकर्मी ने क्या कहा था?

बांद्रा (ईस्ट) में पुलिसकर्मी ने कार को हाथ दिया. उन्होंने आराम से समझाया कि सीट बेल्ट न पहनने के लिए आप पर 1000 रुपये का जुर्माना हो सकता है. हालांकि पुलिसकर्मी इससे भी आगे जाकर समझाने लगे कि सबसे महत्वपूर्ण जान है और इसकी रक्षा के लिए सीट बेल्ट बहुत जरूरी है. गाड़ी क्रैश होने पर इससे जान बचाई जा सकती है. 

अब यह कपल उस पुलिसकर्मी को धन्यवाद दे रहा है जिन्होंने फाइन नहीं लिया और सीट बेल्ट लगवा दिया था. इसके करीब 15 मिनट बाद ही गाड़ी फ्लाईओवर से उतरते समय डिवाइडर से टकरा गई. प्रत्यदर्शियों ने बताया कि गाड़ी दो बार पलट गई थी. लोगों ने दोनों को बाहर निकाला तो वे सुरक्षित थे. 
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पति ने पुलिसवाले को देवदूत कहा जिससे कारण उनकी पत्नी बिल्कुल सेफ रहीं. गोरेगांव के रहने वाले गौतम और उनकी पत्नी की उम्र 40 के आसपास है. उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी को खरोंच भी नहीं आई क्योंकि उसने सीट बेल्ट बांधी थी. डॉक्टर भी दंग रह गए. गौतम को भी मामूली चोट आई है. उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर गाड़ी चलाने वालों के लिए लिखा कि ट्रैफिक पुलिस सिर्फ जुर्माना लगाने के लिए हमें नहीं रोकती. उन्हें सच में हमारी सुरक्षा की परवाह है. जब वे हमारी गलतियां बताते हैं तो हमें नाराज नहीं होना चाहिए. वे सचमुच फरिश्ते होते हैं. मैं जीवन में मिले दूसरे मौके के लिए उस पुलिसवाले का बहुत आभारी हूं. थोड़ी सी सावधानी ने हमारे घर को बचा लिया. 

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