trendingNow12670972
Hindi News >>देश
Advertisement

RSS नेता भैयाजी जोशी ने ऐसा क्या कहा, राउत बोले- लखनऊ में योगी जी के सामने कह सकते हैं क्या?

Sanjay Raut on Mumbai Marathi: संजय राउत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी के एक बयान पर सवाल उठाया है. उन्होंने मुंबई की भाषा मराठी का मुद्दा उछालते हुए कहा कि महाराष्ट्र से मुंबई को अलग करने की साजिश हो रही है. उन्होंने यह भी कह दिया कि क्या भैयाजी जोशी लखनऊ में योगी जी के सामने जाकर ऐसी ही बात हिंदी को लेकर कह सकते हैं क्या?

RSS नेता भैयाजी जोशी ने ऐसा क्या कहा, राउत बोले- लखनऊ में योगी जी के सामने कह सकते हैं क्या?
Anurag Mishra|Updated: Mar 06, 2025, 11:36 AM IST
Share

तमिलनाडु में भाषा को लेकर झगड़ा नया नहीं है. वहां से अक्सर ऐसे आरोप लगाए जाते रहे हैं कि उन पर हिंदी थोपी जा रही है. अब भाषा का यह मामला मुंबई पहुंच गया है. ठाणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने भाजपा और आरएसएस को सुना दिया. उन्होंने भाजपा के मार्गदर्शक, पॉलिसी मेकर और RSS के नेता भैयाजी जोशी का जिक्र करते हुए चैलेंज किया कि क्या ऐसी बातें आप लखनऊ जाकर कह सकते हैं? आखिर संघ के वरिष्ठ नेता ने कहा क्या था?

राउत ने कहा, 'वह (भैयाजी) कल महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई आए थे. यहां आकर ऐलान कर दिया कि महाराष्ट्र की राजधानी की भाषा मराठी नहीं है. मराठी नहीं हो सकती. यहां कोई भी आकर मराठी के बिना रह सकते हैं, काम कर सकते हैं.' उद्धव सेना के वरिष्ठ नेता ने सवाल पूछते हुए कहा कि आपको (भैयाजी जोशी) इस प्रकार का बयान देने का अधिकार किसने दिया?

उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा कि क्या आप कोलकाता में जाकर बोल सकते हैं कि कलकत्ता की भाषा बंगाली नहीं है? क्या आप कोच्चि और त्रिवेंद्रम में जाकर बोल सकते हो कि यहां की भाषा मलयाली नहीं है. क्या आप लखनऊ जाकर योगी जी के सामने खड़े होकर बोल सकते हैं कि लखनऊ की भाषा हिंदी नहीं है. क्या आप पटना में जाकर नीतीश कुमार जी के सामने बोल सकते हो कि पटना की भाषा हिंदी नहीं है. क्या आप चेन्नई में जाकर बोल सकते हो कि यहां की भाषा तमिल या तेलुगु नहीं है? क्या पंजाब में जाकर बोल सकते हों कि यहां की भाषा पंजाबी नहीं है.

राउत यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि आप महाराष्ट्र में आकर बोल रहे हो... यही आपकी मंशा है. आप मुंबई को महाराष्ट्र से तोड़ना चाहते हो. यही मंशा फिर एक बार आपके मुंह से बाहर आई है. हमने मराठी भाषा के लिए बलिदान दिया है. हमारे लोग शहीद हो गए. छत्रपति शिवाजी महाराज ने यह राज्य स्थापित किया. उनकी भाषा मराठी थी. आप देखिए इतिहास.

उन्होंने सीएम और डिप्टी सीएम से इस बयान पर निंदा प्रस्ताव की मांग की.

Read More
{}{}