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1 करोड़ दो या फिर जेल जाओ... EX ब्वॉयफ्रेंड ने बैंक कर्मचारी से क्यों मांगे? आगे क्या हुआ?

Mumbai News: मुंबई में एक महिला बैंक कर्मचारी से उसके एक्स-ब्वॉयफ्रेंड ने 1 करोड़ की फिरौती मांगी। निजी डेटा चोरी, धमकी और बदनाम करने की कोशिश के चलते मामला कोर्ट पहुंचा. पुलिस ने 6 लोगों पर केस दर्ज किया है.  

1 करोड़ दो या फिर जेल जाओ... EX ब्वॉयफ्रेंड ने बैंक कर्मचारी से क्यों मांगे? आगे क्या हुआ?
Shivam Tiwari|Updated: Aug 07, 2025, 10:45 PM IST
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Mumbai Viral News: मुंबई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक प्राइवेट बैंक में काम करने वाली महिला कर्मचारी से उसके एक्स ब्वॉयफ्रेंड ने 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. आरोपी ने धमकी दी कि अगर पैसा नहीं दिया गया तो वह महिला को जेल भिजवा देगा. महिला ने डर के साये में कई दिनों तक यह सब झेला, लेकिन आखिरकार हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. यह मामला न केवल ब्लैकमेलिंग का है, बल्कि भरोसे के रिश्ते के टूटने और मानसिक प्रताड़ना की गंभीर कहानी भी है.

दरअसल, चारकोप पुलिस ने डॉली कोटक नाम की एक प्राइवेट बैंक में काम करने वाली महिला को गिरफ्तार किया है. उस पर अपने एक्स-बॉयफ्रेंड से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का आरोप है. पीड़ित एक आईटी प्रोफेशनल है जो पहले से ही एक झूठे केस में फंसा हुआ था और हाल ही में जमानत पर बाहर आया था. तभी कोर्ट के बाहर डॉली ने उसकी बहन को पकड़ लिया और कहा, "भाई को बचाना है तो 1 करोड़ रुपये दो, वरना मैं मीडिया में उसका नाम खराब कर दूंगी और जेल में सड़ने दूंगी." 

 निजी डेटा में की घुसपैठ

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डॉली कोटक यहीं नहीं रुकी, उसने तीन अन्य बैंक कर्मचारियों की मदद से पीड़ित के निजी और डिजिटल डाटा तक पहुंच बनाई. इसमें एचडीएफसी बैंक के हर्ष श्रीवास्तव और अनंत रुइया तथा आईसीआईसीआई बैंक के जयेश गायकवाड़ का नाम शामिल है. इनकी मदद से डॉली ने पीड़ित के ईमेल से लेकर बैंक खाते, लोकेशन और निजी फोटोज तक एक्सेस कर लिए. यहां तक कि पीड़ित के ईमेल से अपना नंबर लिंक करा लिया गया था.

 नौकरी से निकाला गया

मई 2024 में पीड़ित को डॉली के नंबर से एक धमकी भरा मैसेज आया कि "पैसे दे दो या जेल में मरो, तुम कभी नहीं जीत पाओगे." इसके कुछ दिन बाद उसने पीड़ित की कंपनी के एचआर को कई बदनाम करने वाले मेल भेज दिए, जिससे उसकी नौकरी भी चली गई. पुलिस में शिकायत के बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने आखिरकार बोरिवली मजिस्ट्रेट कोर्ट का रुख किया. कोर्ट के आदेश पर चारकोप पुलिस ने BNSS की धारा 175(3) के तहत मामला दर्ज किया.

 कुल 6 लोगों पर केस दर्ज

एफआईआर में डॉली कोटक, उसके भाई सागर कोटक, दोस्त प्रमिला वाज़ और तीन बैंक कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया. सभी पर आईटी एक्ट, आईपीसी की कई धाराओं और BNSS के तहत केस दर्ज हुआ है. शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि वह और डॉली पहले रिलेशनशिप में थे. यह मामला न केवल ब्लैकमेलिंग और निजी रिश्तों के खतरनाक मोड़ की तरफ इशारा करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि डिजिटल जानकारी का दुरुपयोग कितना घातक हो सकता है.

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