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Thiruvananthapuram: ना घर है, ना नौकरी... लिखकर भाई बहन ने होटल में उठाया खौफनाक कदम

Thiruvananthapuram Siblings Suicide: महाराष्ट्र के पुणे से ताल्लुक रखने वाले भाई-बहन की जिंदगी बेरोजगारी और बेघर होने के बोझ तले दब गई. जिंदगी से हारकर उन्होंने केरल के तिरुवनंतपुरम के एक होटल में खुदकुशी कर ली.

Thiruvananthapuram: ना घर है, ना नौकरी... लिखकर भाई बहन ने होटल में उठाया खौफनाक कदम
Gunateet Ojha|Updated: Jan 19, 2025, 03:53 PM IST
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Thiruvananthapuram Siblings Suicide: महाराष्ट्र के पुणे से ताल्लुक रखने वाले भाई-बहन की जिंदगी बेरोजगारी और बेघर होने के बोझ तले दब गई. जिंदगी से हारकर उन्होंने केरल के तिरुवनंतपुरम के एक होटल में खुदकुशी कर ली. उनकी मौत ने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्यों युवा इस कदर टूट जाते हैं कि उन्हें मौत ही एकमात्र रास्ता नजर आता है. दोनों रविवार सुबह केरल के तिरुवनंतपुरम के एक होटल के कमरे में मृत पाए गए. यह घटना न केवल दुखद है बल्कि समाज के उन पहलुओं पर सवाल खड़े करती है.. जहां बेरोजगारी और बेघरपन जैसे मुद्दे लोगों को ऐसे खौफनाक कदम उठाने पर मजबूर कर देते हैं.

पुणे से तिरुवनंतपुरम तक का सफर

मृतक भाई-बहन मूल रूप से पुणे के रहने वाले थे. पुलिस के अनुसार वे पिछले शुक्रवार को इस होटल में ठहरे थे. होटल के कर्मचारियों ने सुबह काफी देर तक कमरे का दरवाजा बंद पाया. जब बार-बार दस्तक देने पर कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया. दरवाजा तोड़ने पर अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था.

कमरे में मिला सुसाइड नोट

पुलिस ने बताया कि कमरे में एक सुसाइड नोट मिला है. जिसमें लिखा था कि उनके पास न तो नौकरी थी और न ही रहने के लिए घर. यह नोट उनकी जिंदगी के संघर्ष और हताशा को बयां करता है. सुसाइड नोट के अलावा पुलिस को कोई और सुराग नहीं मिला. अधिकारी अब यह जांच कर रहे हैं कि दोनों तिरुवनंतपुरम क्यों आए थे और इस कदम के पीछे की असली वजह क्या थी.

मौत के तरीके

पुलिस के मुताबिक युवक का शव फंदे से लटका हुआ मिला. जबकि युवती का शव बिस्तर पर पड़ा था. यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि युवक ने पहले अपनी बहन को मारा और फिर खुदकुशी कर ली. हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी.

समाज के लिए एक बड़ा सवाल

यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है बल्कि यह उन हजारों युवाओं की कहानी है, जो नौकरी और घर की तलाश में संघर्ष कर रहे हैं. क्या हमारा समाज और सरकार ऐसे लोगों की मदद के लिए पर्याप्त कदम उठा रही है? क्या ऐसे हादसों को रोकने के लिए जागरूकता और सहायता के प्रयास बढ़ाने की जरूरत नहीं है?

पुलिस की जांच जारी

पुलिस ने बताया कि अभी यह पता लगाया जा रहा है कि दोनों पुणे से तिरुवनंतपुरम क्यों आए थे. क्या वे किसी नौकरी की तलाश में थे या किसी और वजह से? इस घटना ने होटल के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को भी गहरा सदमा पहुंचाया है. यह घटना एक चेतावनी है कि मानसिक स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिरता को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है. अगर समय रहते इन मुद्दों पर ध्यान दिया जाए, तो शायद ऐसी घटनाओं को टाला जा सकता है.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

(Disclaimer: जीवन अनमोल है. जी भरकर जिएं. इसका पूरी तरह सम्‍मान करें. हर पल का आनंद लें. किसी बात-विषय-घटना के कारण व्‍यथित हों तो जीवन से हार मारने की कोई जरूरत नहीं. अच्‍छे और बुरे दौर आते-जाते रहते हैं. लेकिन कभी जब किसी कारण गहन हताशा, निराशा, डिप्रेशन महसूस करें तो सरकार द्वारा प्रदत्‍त हेल्‍पलाइन नंबर 9152987821 पर संपर्क करें.)

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