Ajmer News: अजमेर का सरकारी होटल खादिम अब अपने नए नाम से जाना जाएगा. अब होलट का नाम 'अजयमेरु' कर दिया गया है. इसके लिए टूरिज्म डिपार्टमेंट ने आदेश जारी हो चुके हैं. विभाग ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के निर्देश के बाद ये आदेश जारी कर दिया है. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पिछले दिनों पर्यटन विभाग और राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड को निर्देश दिया था कि होटल खादिम का नाम चेंज किया जाएगा.
होटल खादिम का नाम बदलकर अजयमेरु कर दिया गया है. होटल अजमेर आने वाले सैलानी, अधिकारी-कर्मचारी और आम लोगों के रुकने की सबसे पसंदीदा जगह है. इसका नाम भी अजमेर की प्राचीन संस्कृति, पहचान, इतिहास से जुड़ा है. सम्राट पृथ्वीराज चौहान और इससे भी पहले अजमेर का नाम अजयमेरु से फेमस था. देवनानी ने अजमेर के किंग एडवर्ड मेमोरियल का भी नाम बदल कर संत स्वामी दयानंद सरस्वती के नाम पर करने के निर्देश दे दिए हैं.
इतिहासकारों के अनुसार, अजयमेरु का नाम अजमेर के महाराजा अजयराज चौहान के द्वारा रखा गया था. उन्होंने 7वीं शताब्दी में अजयमेरु की नींव रखी थी. अजयमेरु नाम अजमेरवासियों के लिए गौरव है. यही कारण है कि प्राचीन इतिहास में शहर का नाम अजयमेरु लिखा मिलता है. देवनानी ने निर्देश के बाद राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कार्पोरेशन की प्रबंध निदेशक सुष्मा अरोड़ा ने सोमवार आदेश जारी किए. कॉर्पोरेशन के संचालक मंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया.
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के होटल अजयमेरु अजमेर शहरवासियों को उचित दाम में शादी, सगाई, जन्मदिन, सालगिरह और अन्य पारिवारिक आयोजनों के लिए आवास, खानपान, बार और अन्य सुविधाएं देता आ रहा है. होटल अजयमेरु में अलग-अलग श्रेणी के 57 कमरे हैं.
केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं को किफायती दामों में यहां ठहरने की सुविधा है. इसी प्रकार दिव्यांग, पुरस्कृत खिलाड़ी, अधिस्वीकृत पत्रकार, स्कूली विद्यार्थी और प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के लिए भी काफी किफायती दर पर आवास और भोजन सुविधा दी जाती है. होटल से बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन बिल्कुल नजदीक हैं.