Alwar News: रामगढ़ कस्बे में खूंखार बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि आए दिन कोई ना कोई इन बंदरों के हमले का शिकार हो रहा है. हजारों की संख्या में बंदरों की संख्या बढ़ गई है. टोलिया बनाकर बंदर छतों पर बैठे रहते हैं. महिलाएं कपड़ा सुखाने के लिए छत पर जाती है. तभी अचानक से हमला कर देते हैं .
गत रात्रि को रामगढ़ कस्बे के होली मोहल्ले में युवक लोकेश सैनी पुत्र सुखराम सैनी घर के आंगन में चारपाई बिछाकर सो रहा था. अचानक से खूंखार बंदरों की टोली ने हमला कर दिया. सोते हुए युवक के गर्दन पर हमला किया और गर्दन के पास बुटका भर लिया. युवक चिल्लाया तो परिवार के लोग भाग कर आए और लाठी डंडे दिखाकर बंदरों को भगाया.
युवक को गंभीर घायल अवस्था में परिवार के लोग रामगढ़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. जहां पर डॉक्टर ने उसका प्राथमिक उपचार किया. युवक के गर्दन पर कई टांके आए हैं. 2 दिन पहले ही बंदरों की टोली दिन में घर में घुस गई और घर में काफी देर तक हुडदंग मचाया रखें और घरेलू सामान फ्रिज व अन्य सामान को तोड़ गिराया, जिससे गरीब का काफी नुकसान हुआ.
लोकेश सैनी ने बताया कि वह बस स्टैंड पर खोमचे की ठैली लगा रखी है. परिवार का पालन पोषण कर रहा था .लेकिन बंदरों के हमले के कारण रोजी-रोटी में भी रोडा लग गया. बंदर ने उसकी गर्दन पर हमला किया है. इसी प्रकार कस्बे में 50 से अधिक लोग इन बंदरों के आतंक के शिकार हो चुके हैं.
ग्रामीणों ने बंदर पकड़वाने के लिए नगर पालिका में कई बार ज्ञापन दे चुके हैं. लेकिन नगर पालिका के अधिकारी इस गंभीर मामले में अनसुनी कर चुपी सादे बैठे हैं. दिन पर दिन बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. उनकी जनसंख्या भी बढ़ती जा रही है.