Chittorgarh News: तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम में मिलावट के मामले में विप्र फाउंडेशन और सनातन धर्म संघ का विरोध देखने को मिल रहा है. इसी विरोध के चलते संगठन के लोग कलेक्ट्री पहुंचे और मामलें में कड़ी कार्रवाई की मांग की. संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस कार्यकाल में गठित तिरुपति बालाजी मंदिर समिति बोर्ड में हिंदू सनातनी लोग शामिल नहीं थे.
सनातनियों की भावनाओं को पहुंचाई गई ठेस
ऐसे में मंदिर के प्रसाद में मिलावट कर सनातनियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है और इसी तरह के लगातार अलग-अलग मामले देखने को मिल रहे हैं, जिनमें हिंदू धार्मिक स्थलों को टारगेट कर सनातनी लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है.
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दोषी को फांसी की सजा देने की मांग की
ऐसे में देश में जितने भी मंदिर हैं, उनके संचालन के लिए सनातन बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए. विप्र फाउंडेशन की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम जिला कलेक्टर आलोक रंजन को ज्ञापन सौंप कर तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसादम में मिलावट करने वालों को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की गई.
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