Churu News: राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर थाना क्षेत्र में सरदारशहर और सवाई छोटी के बीच रविवार दोपहर दूध से भरे टैंकर और कार में आमने-सामने भिड़ंत हो गई. हादसे में कार में सवार एक ही परिवार के पांच जने घायल हो गए, जिनको पिकअप के द्वारा पहले सरदारशहर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया.
वहीं, पांचों की हालत गंभीर होने पर प्राथमिक इलाज के बाद चूरू के डीबी अस्पताल रेफर किया गया. अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में 6 एलपीएम रायसिंहनगर श्रीगंगानगर निवासी 35 वर्षीय संतराम ने बताया कि वह सीकर के पलसाना के सामेर की राजकीय प्राथमिक विद्यालय में टीचर है.
होली की छुट्टी पूरी करें अपने परिवार के साथ वापस से ड्यूटी पर जा रहा था. इसी दौरान सरदारशहर और सवाई छोटी के बीच सामने से आ रहे दूध के टैंकर से टक्कर हो गई. हादसे में कार में सवार 7 वर्षीय वंशिका, 70 वर्षीय 13 जेड डब्ल्यूएम घड़साना निवासी चनाना देवी, 31 वर्षीय सरोज देवी और नौ माह के देव्यांश घायल हो गया.
सभी घायलों को पहले पिकअप के द्वारा मौके से सरदारशहर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां पांचो घायलों की हालत गंभीर होने पर प्राथमिक इलाज के बाद चूरू के डीबी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड रेफर किया गया. हादसे में घायल 70 वर्षी बुजुर्ग महिला की हालत गंभीर बनी हुई है. घटना की सूचना अस्पताल चौकी पुलिस को भी भिजवाई गई है.
वहीं, सादुलपुर बेजुबानों की जान बचाने वाले पशु चिकित्सा मनोज बुडानिया की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई. सिधमुख सड़क पर गांव मांगला के नजदीक शनिवार शाम को सड़क दुर्घटना हुई.
थाना अधिकारी राजेश कुमार सिहाग ने बताया कि इस संबंध में रणसिंह जाति जाट उम्र 52 साल निवासी ढिगारला ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि उसका चचेरा भाई पशु चिकित्सा मनोज कुमार बुडानिया सरकारी पशु चिकित्सा था. दिनांक 15 मार्च 2025 को शाम 7:00 बजे लगभग 21वीं पशु गणना की मॉनिटरिंग के लिए संदीप कुमार पशुधन सहायक की मॉनीटरिंग कर वापस आ रहा था. उनकी बोलेरो जीप में सेऊवा गांव निवासी रणवीर सिंह भी साथ था.
जब दोनों अपनी जीप से गांव मांगला के मोड़ के पास पहुंचे तो पीछे से आ रही कैंपर गाड़ी के चालक ने तेज गति ओर लापरवाही से चलाता हुआ अपनी कैंपर गाड़ी से उसके भाई पशु चिकित्सक मनोज की गाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी. इसके कारण उसके भाई मनोज की गाड़ी पलट गई और मनोज ओर रणवीर दोनों को गंभीर चोटने के कारण एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
लेकिन गंभीर हालत होने के कारण चिकित्सकों ने दोनों को हिसार रेफर कर दिया, जहां उपचार के दौरान उसके भाई मनोज कुमार की रात्रि को मृत्यु हो गई. पुलिस ने घटना का मौका निरीक्षण किया और मृतक पशु चिकित्सक डॉ. मनोज बुडानिया के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव उसके परिजनों को सौंप दिया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.