Rajasthan Crime: राजस्थान के चूरू शहर के बिसाऊ रोड पर स्थित थार थाई स्पा सेंटर पर पुलिस ने छापे मार कर कोलकाता की दो युवतियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
यहां अनैतिक गतिविधियों की सूचना के बाद महिला पेट्रोलिंग कालिका टीम ने कोतवाली और सदर थाना पुलिस के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया. कालिका टीम प्रभारी कौशल्या ने बताया कि चूरू-बिसाऊ रोड़ पर संचालित थार थाई स्पा पर अनैतिक गतिविधियों की सूचना मिली थी, जिस पर कालिका टीम ने ऑपरेशन गरिमा के तहत कार्रवाई करते हुए स्पा सेंटर पर दबिश दी.
वहां कोलकाता की दो युवतियां और स्पा सेंटर के कर्मचारी सहित चार लोग मिले, जिनको पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. मौके पर कोतवाली और सदर थाना पुलिस भी मौजूद रही. पुलिस इस पूरे मामले को लेकर जांच कर रही है.
गौरतलब है कि कालिका पेट्रोलिंग टीम के द्वारा गत दिनों भी शहर के मुख्य बाजार में स्पा सेंटर पर कार्रवाई की गयी थी. वहां भी कई लड़के और लड़कियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की गयी थी.
वहीं, चूरू के सादुलपुर में नगरपालिका के अस्थायी मजूदरों और ऑटो टीपर के ड्राइवरों ने ठेकेदार सुरेश भाटिया के खिलाफ सादुलपुर पुलिस थाना में शिकायत दी है.
मजदूरों और ड्राइवरों का आरोप है कि सुरेश भाटिया, जो जे.वी. इंटरप्राइजेज का प्रोपराइटर है, उन्हें पिछले छह महीने से मजदूरी का भुगतान नहीं कर रहा है. मजदूरों और ड्राइवरों ने राजगढ़ थानाधिकारी राजेश कुमार सिहाग को लिखित शिकायत दी, जिसमें बताया कि वे 18 महीनों से नगरपालिका राजगढ़ में 7500 रुपये मासिक वेतन पर कार्यरत हैं.
शुरू में ठेकेदार ने वेतन का भुगतान किया, लेकिन पिछले छह महीने से वेतन नहीं मिल रहा है. ठेकेदार सुरेश भाटिया हर बार अगली माह मजदूरी देने का आश्वासन देता रहा, लेकिन जब 10 मार्च 2025 को मजदूरी मांगी गई तो उसने देने से इनकार कर दिया और कहा कि जो करना है कर लो, मैं पैसा नहीं दूंगा.
यूनियन अध्यक्ष रामानंद के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें ड्राइवर राजेश, विकास गोस्वामी, सुनील देवकीनंद सहित दर्जनभर कर्मचारियों ने मिलकर शिकायत दी. ड्राइवरों ने ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
राजगढ़ थानाधिकारी राजेश कुमार सिहाग ने मामले में उचित कार्रवई का आश्वासन दिया है. हालांकि, समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था. मजदूरों का कहना है कि यदि शीघ्र वेतन का भुगतान नहीं किया गया और ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.