Hanumangarh News: मुंशी प्रेमचंद की कहानी पूस की रात में गरीब हलकू की तरह भटनेर नगरी में न जाने कितने हलकू फुटपाथ के किनारे सर्द रातें आसमान के नीचे गुजारने को मजबूर हैं. कोई मजदूरी करके रात में रोजाना फुटपाथ पर आकर लेटता है तो कोई ऑटो चालक है सवारी की आस मे बंद दुकानों के बाहर ही सो जाता है.जी हा ठीक ऐसा ही देखने को मिला हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर, देश भर सहित हनुमानगढ़ में कड़ाके की जानलेवा सर्दी का सितम जारी है.
पारा लुढ़ककर रात को 8 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच जाता है.सर्दी कई साल का रिकार्ड तोड़ रही है. एक तरफ जहाँ लोग दिन छिपते ही घरों मे कैद हो जाते है,दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग है जो खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर है.
सर्द रात में शहर की सड़कों पर सोने को मजबूर लोगों की ठंड मे सिकुड़ती जिंदगी की हकीकत जानने को हमारे संवादाता विश्वास कुमार और उनकी टीम ने वीरवार की रात करीब 10.30 बजे हनुमानगढ़ जक्शन भगत सिंह चौक पर पहुँची, तो रेलवे स्टेशन रोड पर बंद पड़ी दुकानों के बाहर एक कतार मे लोग खुलें आसमान और जमीन पर सोते देखे,करीब 11 बजे रेलवे स्टेशन बाउंड्री मे पहुँचे तो वहाँ भी सड़क पर सोता हुआ एक व्यक्ति दिखा.