Jaipur News: मस्जिदों में आजकल वॉल्यूम ज्यादा कर लिए जा रहे हैं. कुछ लाउडस्पीकर घरों पर लगा दिए गए हैं. इधर मुस्लिमों कहा कि डेढ़ मिनट की अजान होती है, उससे किसी को परेशानी नहीं हो रही, सिर्फ विधायक बालमुकुंद को ही क्यों परेशानी हो रही है.
शहर की मस्जिदों में पांच वक्त की नमाज के दौरान अजान दी जा रही है. हवा महल विधायक स्वामी बालमुकुंदाचार्य ने लाउड स्पीकर पर अजान के लिए निर्धारित डेसीबल से ज्यादा आवाज बजने का मामला उठाया. उन्होंने बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में पार्टी से जुड़े वकीलों से कहा कि वो कोर्ट में इस मामले को लेकर पीआईएल दायर करें. लाउड स्पीकर से निकलने वाली तेज आवाजों से पड़ोस में रहने वाले लोगों को सिर दर्द और माइग्रेन हो रहे हैं, वहीं परीक्षाओं में विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है.
इसके बाद सोमवार को विधायक स्वामी बाल मुकुंदाचार्य पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने निवेदन किया घरों पर लाउडस्पीकर नहीं लगने देंगे, लाउडस्पीकर की आवाज बढ़ाई जा रही हैख्, उससे कई लोगों को माइग्रेन की दिक्कत है सर दर्द की पीड़ा है, कई बच्चों के एग्जाम है, किसी घर में डेथ हुई है शोक इत्यादि चल रहा है, तो यह जानबूझकर तेज लाउडस्पीकर चला रहे हैं. पुलिस प्रशासन के पास एक यंत्र होता है जिससे एक वॉल्यूम निर्धारित है उतना ही होना चाहिए. पुलिस प्रशासन यह जांच करें कि वॉल्यूम कितना होना चाहिए और कितना तेज चल रहा है. इसी को लेकर मैं निवेदन करूंगा कि वॉल्यूम चेक किया जाए, जो नियम बना है उसके आधार पर वॉल्यूम रखें. इसमें बुरा क्या है ? जिनको पीड़ा है समस्या है माइग्रेन है वह है ठीक करने की आवश्यकता है.
इधर इस मामले को लेकर मुस्लिम समुदाय ने कहा कि मस्जिदों में सालों से लाउड स्पीकर पर अजान दी जा रही है. अजान का समय एक से डेढ़ मिनट का होता है. यह भी दिन में केवल पांच मिनट का ही होता है. इससे किसी को कोई परेशानी नहीं है. सिर्फ विधायक बाल मुकुंदाचार्य को ही क्यों हो रही है. उनका कहना था कि आवाज भी निर्धारित डेसीबल में ही है, ऐसे में विधायक का आरोप राजनीतिक प्रेरित है.
वहीं दूसरी ओर बीजेपी शहर अध्यक्ष अमित गोयल, विधायक प्रत्याशी रवि नैयर, विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमितोष पारीक ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का उल्लंघन किया जा रहा है. कानून के दायरे में ही मांग की जा रही है. लाउड स्पीकर की आवाज तेज नहीं होनी चाहिए. आवाज को कम करवाना ही चाहिए.