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BJP मंत्रियों के बोल देखिए, बिना तैयारी किए सदन में आ जाते हैं, वासुदेव देवनानी बोले- निलंबित सदस्य हाउस से बाहर जाएं

Rajasthan Politics: कांग्रेस के सभी बड़े नेता आज विधानसभा में मौजूद रहेंगे. छह कांग्रेस विधायकों के निलंबन के बाद सदन में चल रहे विरोध के बीच नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार से पांच महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं.

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BJP मंत्रियों के बोल देखिए, बिना तैयारी किए सदन में आ जाते हैं, वासुदेव देवनानी बोले- निलंबित सदस्य हाउस से बाहर जाएं
Vishnu Sharma Jaipur|Updated: Feb 24, 2025, 11:47 AM IST
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Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र के दौरान पूर्व पीएम इंदिरा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मामला गरमाया हुआ है. कांग्रेस के 6 विधायकों के निलंबन के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध बना हुआ है. कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा और आज विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी, जिसमें फिर से हंगामा होने की संभावना है. इस बीच, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार से पांच सवाल पूछे हैं.

 

 

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने निलंबित सदस्यों से कहा है कि वे हाउस से बाहर जाएं और आसन की आज्ञा का पालन करें. उन्होंने यह भी कहा कि आसन द्वारा सदस्य का निलंबन किये जाने का कदम सदन की गरीमा की रक्षार्थ उठाया गया. देवनानी ने यह भी बताया कि प्रतिपक्ष ने लगातार आसन के निर्देशों की अवहेलना की है.

 

 

कांग्रेस विधायक दल की एक महत्वपूर्ण बैठक आज सुबह 9:30 बजे विधानसभा की नॉन-पक्ष लॉबी में होगी. इस बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली करेंगे. बैठक में सदन में चल रहे गतिरोध पर चर्चा की जाएगी और कांग्रेस की ओर से आगे की रणनीति बनाई जाएगी. बैठक में कांग्रेस के प्रमुख नेता भी शामिल होंगे. टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता बढ़ती जा रही है और कांग्रेस न तो सदन में और न ही सड़क पर पीछे रहने वाली है. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार के नेताओं और मंत्रियों में अहंकार और घमंड है, जो चलने वाला नहीं है.

 

 

टीकाराम जूली ने राजस्थान सरकार से पांच महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं:

- इंदिरा गांधी पर टिप्पणी का मामला
क्या सरकार के मंत्री के जरिए दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर अनुचित टिप्पणी करना और सदन में तख्तियां लहराना उचित था? यदि नहीं, तो उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई?

- विपक्ष पर कार्रवाई
क्या विधानसभा में गतिरोध के लिए सरकार के मंत्री की अवांछित टिप्पणियां और अमर्यादित आचरण जिम्मेदार नहीं हैं? अगर हां, तो विपक्ष के बजाय सत्ता पक्ष के मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई?

- टिप्पणी हटाने का विकल्प
क्या मंत्री द्वारा की गई स्तरहीन टिप्पणी को कार्यवाही से निकालकर गतिरोध को टाला नहीं जा सकता था?

- विपक्ष को रोकने का कारण:
क्या विधानसभा में गतिरोध की असली वजह जनभावनाओं की अभिव्यक्ति पर रोक लगाना थी?

- सरकार की भूमिका:
सदन को सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी सरकार की होती है. क्या सरकार ने गतिरोध खत्म करने के लिए गंभीर और सकारात्मक प्रयास किए?

 

 

 

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है - क्या विपक्ष को सरकार के मंत्री की अनुचित और अमर्यादित टिप्पणी के खिलाफ विरोध दर्ज कराने का अधिकार नहीं है? यह सवाल राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायकों के निलंबन के बाद उठाया गया है, जहां विपक्ष लगातार हमलावर है. सदन के अंदर कांग्रेस विधायकों का विरोध प्रदर्शन जारी है, और नेता प्रतिपक्ष के सवालों ने सरकार पर दबाव और बढ़ा दिया है.

 

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