Jaipur News : राजस्थान विधानसभा में बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने बड़ा बयान दिया और अपने पाकिस्तानी वाले कमेंट के जवाब में बोल रहे गोपाल शर्मा ने कई ऐसे सवाल किए, जिसके जवाब ना तो पक्ष और ना ही विपक्ष के पास रहें होंगे. विधायक ने कहा कि गुस्से में किसी तरह के शब्दों का प्रगटिकरण होना कोई अपराध नहीं है.
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गोपाल शर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस पर बोल चुका है. यह गलत सेंस में हो सकता है, लेकिन अपराध नहीं है. किसी को पाकिस्तानी कहना, धार्मिक भावनाओं को चोट नहीं पहुंचता. गोपाल शर्मा बोले कि ऐसी नौबत ही क्यों आती है? और क्यों हमें ऐसा लगे कि सिविल लाइन क्षेत्र में तो बिजली के बिल का 90% भुगतान आता है. और रामगंज में 40 फीसदी बिजली का बिल आता है.
गोपाल शर्मा ने कहा कि ये किस तरह का न्याय है ? शर्मा यहीं नहीं रूके और बोला कि एक जगह तो कोरोना में आदमी दड़बे में बंद हो जाए और दूसरी तरफ खुलेआम घूम कर 20-20 हजार लोगों की यात्राएं निकाली जाएं. ये सब देखकर यह मन में तकलीफ होती है और मन में तकलीफ होती है तो ऐसे शब्द आ जाते हैं.
गोपाल शर्मा ने कहा कि किसी की भावना को ठेस पहुंचाना मेरा कभी आशय नहीं रहा. किसी के प्रति दुराशय रखना मेरे लिए अपराध है. जब मुझे दलाल कहते हैं तो तकलीफ नहीं होती ? गोपाल शर्मा ने कहा कि अगर मैं दलाल हूं, तो आपकी सरकार के रहते भारत में एक ही पत्रकार को डिलीट की उपाधि मिली, ऐसा क्यों हुआ ? अगर मैं दलाल हूं, तो केस कर दीजिए.
गोपाल शर्मा लगातार बोलते रहे और कहा कि हम तो आपकी 100 जमीनों का हिसाब–किताब नहीं देना चाहते हैं. क्या आपकी कई जगहों पर बेनामी जमीन है ? गोपाल शर्मा बोले - मैं इनको समझाता रहता हूं. कि मेरे पास जो कुछ है वो लोन पर है. गोपाल शर्मा बोले - कांग्रेस का संस्थापक एओ ह्यूम था. इटावा का कलेक्टर रहते, उसने सात क्रांतिकारियों को फांसी देने का काम किया था. तो मैं उससे क्षमा नहीं मांग सकता.
गोपाल शर्मा ने कहा कि किसी गरीब का दिल आहत होता है तो हम उसके चरणों में सर रख देते हैं. मैंने नहीं कहा कि रफीक खान पाकिस्तानी है. मैंने कहा कि गुस्सा मन से निकला. लेकिन अगर उनको लगता है कि उन्हें कहा गया. तो चोर की दाढ़ी में तिनका ! मैंने कहा पाकिस्तानी शब्द पर माफी नहीं मांग सकता. ए ओ ह्यूम से माफी नहीं मांग सकता.
गोपाल शर्मा ने कहा कि मैं किसी भी ऐसे व्यक्ति से माफी नहीं मांग सकता. जो भारत के विरोध में सोचता हो. चाहे मेरी जान ही क्यों नहीं चली जाए? आज भी मैंने प्रतिपक्ष के नेताओं से कहा कि, अगर मैं गलत हूं, तो मुझे बताएं. क्या हमारे शौर्य चक्र विजेता की पत्नी पर कुदृष्टि डालने का काम नहीं किया. उनको अधमरा नहीं किया ? क्या धारा 307 में उन्हें नहीं फंसाया ? अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं सदन से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं
गोपाल शर्मा ने कहा कि उस दिन भी रफीक खान ने अपने ऊपर इसलिए लिया. क्योंकि मैंने कहा चोर की दाढ़ी में तिनका. मैंने नहीं कहा कि रफीक खान पाकिस्तानी है. मैं तो मानसिकता की बात करता हूं. पीएम मोदी कहते हैं कि गुलामी की मानसिकता से मुक्त होइए. उसका अर्थ यही है कि हम उस मानसिकता को बदलें.