Jaipur News: नए साल के पहले दिन सर्द हवा और गलन का प्रभाव रहा, लेकिन आस्था की ऊर्जा से राजधानी में सर्दी बेअसर दिखी. मंदिरों सहित शहर के अन्य धर्मस्थलों पर आस्था, ऊर्जा और उत्साह की त्रिवेणी का मेल दिखा.
साथ ही शहर का मिजाज और रिवाज भी बदला-बदला सा नजर आया. मंगलवार देर रात तक पाश्चात्य संस्कृति के नए साल के जश्न में डूबे रहे. फिर बुधवार को सुबह मंदिरों सहित अन्य धर्मस्थलों पर वरिष्ठजनों के सापेक्ष इस बार यंगिस्तान की तादाद ज्यादा नजर आई.
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वर्चुअल वर्ल्ड की जगह युवाओं ने आराध्य देव की शरण में समय बिताया व कई संकल्प भी लिए. दान-पुण्य के साथ ही गो सेवा भी की. शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर, मोतीडूंगरी गणेश मंदिर, गढ़ गणेश, नहर के गणेश, खोले के हनुमान जी, गलता जी, शिला माता मंदिर, अक्षयपात्र, इस्कॉन और अक्षरधाम मंदिर में प्रभु के दर्शनों के लिए दिनभर भक्तों का तांता नजर आया.
मोतीडूंगरी गणेश मंदिर और गोविंददेवजी मंदिर में रिकॉर्ड भक्त पहुंचे. सुबह से ही गोविंददेवजी मंदिर और मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में भक्तों की लाइनें नजर आईं. महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि विशेष लाइनों के जरिये दर्शन करवाए गए. बड़ी संख्या में शहर के भक्तों और देशी-विदेशी मेहमानों की आवाजाही रही. ताड़केश्वर महादेव मंदिर में मुख्य द्वार तक जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक के लिए युवाओं की कतार दिखी. काले हनुमान मंदिर में महंत गोपालदास के सान्निध्य में भक्तों की भीड़ नजर आई.
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