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Jaipur News: ई-रिक्शा चालकों को लेकर विधायक रफीक पहुंचे कमिश्नरेट, आंदोलन करने की दी चेतावनी

Jaipur News: राजस्थान के जयपुर में ई-रिक्शा चालकों के मनमानी तरीके से चालान काटे जाने पर विधाक रफीक खान ने आक्रोश जताया है. विधायक रफीक खान शनिवार शाम रिक्शा चालकों को लेकर पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे और चेतावनी दी कि उनकी बात नहीं सुनी गई, तो अगली बार बड़ी चौपड़ पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा. साथ ही उन्होंने मांग भी की कि रोजगार छीनने के बजाय ई-रिक्शा के लिए सरकार नीति बनाए. 

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Jaipur News: ई-रिक्शा चालकों को लेकर विधायक रफीक पहुंचे कमिश्नरेट, आंदोलन करने की दी चेतावनी
Vishnu Sharma Jaipur|Updated: Feb 17, 2024, 08:13 PM IST
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Jaipur News: राजस्थान के जयपुर शहर में तीस हजार से ज्यादा ई-रिक्शा चल रहे हैं. इनके कारण शहर का यातायात प्रभावित हो रहा है. वहीं इनके पास न रजिस्ट्रेशन और न ही इनके चालकों का अता पता है. इधर पुलिस ने इन रिक्शा चालकों के चालान काट दिए. रिक्शा चालकों का आरोप है कि किसी के 10 हजार तो किसी के 9 हजार तक के चालान काटे गए हैं. इधर शनिवार शाम आदर्श नगर विधायक रफीक खान ई-रिक्शा चालकों के साथ पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे. ई-रिक्शा चालकों ने पुलिस की ज्यादती के खिलाफ नारेबाजी कर आक्रोश जताया. इसके बाद रफीक खान ने पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर ई-रिक्शा चालकों के परेशानियों से अवगत कराया.

विधायक रफीक खान ने आरोप लगाया कि ई-रिक्शा चालकों पर जुल्म किया जा रहा है. गरीब की सुनने वाला कोई नहीं है. पुलिस के साथ ही अन्य अधिकारियों का जुल्म बढ़ रहा है. सरकार और विधायकों ने रोजगार डेवलप करने के बजाय उन्हें उजाड़ने का काम किया है. रिक्शा पर 100-200 रूपए का जुर्माना होता है, लेकिन 9-10 हजार जुर्माना किया जा रहा है. पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन दे रहे हैं, ये मान जाएंगे तो ठीक है. वरना आंदोलन होगा. विधायक रफीक खान ने  कहा कि जयपुर शहर में अगर ई-रिक्शा नहीं चलेगा तो जयपुर शहर में कोई गाड़ी भी नहीं चलेगी. पेट्रोल डीजल से पॉल्युशन होता है, लेकिन ई-रिक्शा से पॉल्युशन भी नहीं होता है.आर्गेनाइज करें, बेरोजगार नहीं.

विधायक रफीक खान ने कहा कि शहर में ई-रिक्शा में रोज 10 से 15 सवारी भी बैठती है. तो लाखों आदमी रोज सवारी करते हैं. ट्रैफिक की समस्या है, तो आर्गेनाइज करने की जरूरत है, लेकिन बेरोजगार नहीं करें. किसी सूरत में टॉलरेट नहीं करेंगे. आज बड़ी संख्या में लोग आ रहे थे, लेकिन बहुत से लोगों को आने नहीं दिया गया. पुलिस कमिश्नर ने आश्वासन नहीं दिया. काम नहीं मिला तो अगला धरना बड़ी चौपड़ पर होगा. प्रशासन सहयोग करें और रिक्शा चालकों को गाइड करें.

नागरिकता प्रमाण पत्र की जांच करें--

रिक्शा चालकों के बांग्लादेशी पाकिस्तानी होने के सवाल पर रफीक ने कहा कि क्या एक भी बांग्लादेशी आदमी पकड़ा है. क्या कोई कार्रवाई की है. गुमराह करने के तरीके हैं. आवाज को दबाने का तरीका है. मैं चाहता हूं रिक्शा मालिक जायज है, रिक्शा खरीद का कागज भी है सबको चलने दिया जाए. लाइसेंस के लिए वक्त दें हर तरह का सहयोग दें. गाइड लाइन नियम बनाएं, किसी के पास नागरिकता प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आईडी नहीं हो तो जांच करें. उसे रिक्शा मत चलाने दें. लेकिन कागज नहीं हो तो मोहलत दें. परिवहन में ड्राइविंग लाइसेंस का कोई कॉलम नहीं है, फोर व्हीलर, टू व्हीलन ऑटोरिक्शा का लाइसेंस बनता है तो इसका भी बनना चाहिए.

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