Jaipur News: राजस्थान के जयपुर के व्यापारी से 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने और इसके बदले मिली सुरक्षा पर पुलिस के 77 लाख के नोटिस का मामला सदन में गूंजा. विपक्ष ने उठाया कानून व्यवस्था बिगड़ने का मुद्दा, विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने मंत्री से जवाब देने की मांग पर वेल में पहुंचकर नारेबाजी की.
इस दौरान सदन में शोर हंगामा होने के बाद तो विधानसभा की कार्यवाही स्थगित की गई. दोबारा सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो विपक्ष ने विरोध में वॉक आउट कर दिया.
विधानसभा में आज शून्य काल के दौरान कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने उठाया मामला. प्रदेश में पुलिस द्वारा अपराधियों से सुरक्षा हेतु राशि जमा किए जाने के निर्णय से उत्पन्न स्थिति का मामला मामला उठाया. हरिमोहन शर्मा ने कहा कि जान माल की रक्षा करने का काम सरकार का है.
यह सरकार जेलों से वसूली करने का अभियान चलाती है, बनीपार्क निवासी व्यापारी रमेश शर्मा पुलिस में जाकर शिकायत करता है कि बदमाश ने दो करोड़ की फिरौती मांगी है. एक दो बार पुलिस में टरका दिया, लेकिन वह फिर पुलिस के पास गया. पुलिस को तीन-तीन बार बताता है, जब चौथी बार फोन आता है तो फोन पुलिस को बताता है, तो वह उसी गैंग का फोन निकलता है.
एक साल बाद पुलिस 77 लाख रुपये वसूल करने का नोटिस व्यक्ति को सुरक्षा के बदले में मांग की. कुछ माह बाद नोटिस दिया जाता तो 2 करोड़ रुपये बन जाता. इधर, 2 करोड़ की माग गैंग की और से की थी. सरकार की यह व्यवस्था है.
चाहे वह जेल से हो या कहीं से भी हो. हर व्यक्ति की जान माल के नुकसान की सुरक्षा करना जिम्मेदारी है. यह सरकार जान माल की रक्षा करने में भी और गैंग को रोकने में भी असफल है. इसी दौरान नेता प्रतिशत टीकाराम जूली ने भरतपुर सांसद के द्वारा रिश्वतखोरी का एक वीडियो संबंधित एसपी को भेजे जाने का मामला उठाया.
इस दौरान सदन में हंगामा की स्थिति बन गई और कांग्रेस विधायक वेल में आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगा. नारेबाजी बढ़ती देखकर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव दीवानानी ने विधानसभा कार्रवाई 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई लेकिन इतने वॉक आउट कर दिया.