Rajasthan News: प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान अभ्यर्थियों की जनेऊ, मंगल सूत्र और चूड़ियां उतरवाने के मामले में प्रदेश बीजेपी ने भी आक्रोश व्यक्त किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और प्रवक्ता केके जानू ने साफ कहा है कि सनातन की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम नहीं करें अधिकारी. क्या जनेऊ, मंगल सूत्र और चूड़ियों से नकल हो सकती है ? नकल रोकनी है तो कई दूसरे तरीके हैं.
प्रदेश में रीट की परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों पर जांच के नाम पर अभ्यर्थियों की जनेऊ उतरवाई गई. इस मामले को लेकर प्रदेशभर में असंतोष का उबाल मचा. इधर प्रदेश बीजेपी ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने जनेऊ उतरवाने के मामले को लेकर कहा कि यह एक प्रकार से अति है, कोई भी परम्परा से हटकर ज्यादा जागरूक करने का काम कर रहे हैं, जो ठीक नहीं है. ऐसा जिसने भी किया है उसे सजा तो दी गई है.
अधिकारियों को भविष्य में ध्यान रखना चाहिए कि किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का काम नहीं करना है. अधिकारियों को नकल रोकने के लिए उपायों पर ध्यान देना चाहिए.
मदन राठौड़ ने सवाल उठाया कि जनेऊ धागा मात्र है, क्या इससे कोई नकल क्या करेगा जनेऊ कपड़ों के अंदर शरीर से चिपके होते हैं, कोई बाहर निकालकर नकल करेगा क्या, बस ज्यादा सक्रियता जागरूकता साबित करने का काम किया है, यह ठीक नहीं है. नकल रोकने के लिए इस तरह का काम किया है तो भी ठीक नहीं है.
इसी तरह जांच के नाम पर जनेऊ उतरवाने पर बीजेपी प्रवक्ता कृष्ण कुमार जानू ने भी सवाल उठाया है. केके जानू ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान जांच के नाम पर परेशान किया जा रहा है. उन्होंने डबल इंजन की सरकार में हो रही है, इस तरह की जांच पर आश्चर्य जताया. प्रतियोगितता परीक्षाओं में जनेऊ, मंगल सूत्र, चूडियां उतारे जा रहे हैं. बीजेपी कार्यकर्ता हूं, लेकिन सुरक्षा के जांच के नाम पर सनातन परम्पराओं का अपमान होगा तो फिर बोलना ही होगा. किसी को पहल करनी होगी, जांच के नाम पर इन सब बातों का ढकोसला क्यों ? जनेऊ, मंगल सूत्र चूडियां नकल का साधन माध्यम हो सकते हैं ?
सरकारी गुप्तचर सेवा में अधिकारी कर्मचारी पहनते अपनाते हैं. परीक्षा देने वालों के साथ मुख्या दरवाजे-दरवाजे पर अपमानजनक घटनाएं क्यों ? नियम है, तो बदलना होगा, इस तरह के सुरक्षा उपायों पर अंकुश लगाना होगा. सनातन के मान बिंदुओं के अपमान रोकने की पहल करनी होगी. इन वाहियात सुरक्षा उपायों पर अंकुश लगेगा.
खैर परीक्षा में नकल रोकने के लिए जनेऊ, मंगलसूत्र, चूड़ियां उतरवाने का यह पहला मामला नहीं है. अधिकारी बिना किसी आधार के अपनी मन मर्जी से इस तरह के कृत्य करते हैं, जिससे आम लोगों और समाजों में आक्रोश व्याप्त होता है. इसका असर सरकार की कार्यशैली पर भी पड़ता है. अब देखना है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के दखल के बाद इस तरह की घटनाओं पर रोक लग पाएगी ?