Rajasthan News: कई लोग काम और पढ़ाई के लिए अपने घर को छोड़ बड़े शहरों में जाते हैं और किराए के मकान में रहते हुए पढ़ाई और जॉब करते है.
वहीं, राजस्थान की भजनलाल सरकार ने किराए के मकानों में रहने वाले लोगों के लिए नियमों में बदलाव किए हैं. इसके तहत अब एक साल से कम समय के लिए किराए पर लिए जाने वाले मकानों का रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी होगा. ये उन लोगों के लिए है, जो कम समय के लिए मकान किराए पर लेते हैं.
नए नियमों के मुताबिक, किराएदारों का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करवाना होगा. इससे लोगों को रजिस्ट्रेशन के लिए ऑफिसों के चक्कर नहीं लगाने होंगे और घर पर बैठे रजिस्ट्रेशन हो सकेगा.
वर्तमान समय में किराएनामे पर 0.02 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी है लेकिन अब 10 लाख की संपत्ति पर 200 रुपये की स्टाम्प ड्यूटी देने होगी. साथ ही किराएदारों का रजिस्ट्रेशन होने से नाम और पते की जानकारी से किराएदारों की पहचान के बारे में सब पता होगा.
इन सभी नियमों से मकान मालिकों को काफी सुविधा होगी. अगर किराएदार और मकान मालिक के बीच विवाद होता है, तो पुलिस को आसानी से जानकारी मिल जाएगी और काम आसान हो जाएगा.
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राजीविका रंगोत्सव 2025, ग्रामीण महिला उद्यमशीलता का उत्सव, मुख्य सचिव सुधांश पंत ने किया शुभारंभ
Jaipur News: सचिवालय में मुख्य सचिव सुधांश पंत ने राजीविका रंगोत्सव का शुभारंभ किया गया. यह आयोजन सचिवालय में 4 मार्च से 7 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें राजीविका से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के उद्यमशीलता की सफलता को प्रदर्शित किया जाएगा.
मुख्य सचिव ने शर्बत स्टॉल, बगरू प्रिन्ट दुप्पट्टा, कशीदाकारी बैग, बाजरा कुकीज आदि स्टॉलो से खरीददारी कर महिला उद्यमियों का उत्साह बढ़ाया. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की और आत्मनिर्भरता की दिशा में उनके प्रयासों की सराहना की. उन्होंने राजसमंद, जोधपुर जिलों में शर्बत और बाजरा आधारित उत्पादों की बिक्री की सराहना की.
राजीविका रंगोत्सव में राज सखियों और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किये गये असाधारण कार्यो को प्रदर्शित करना है, जिन्होंने सफल उद्यमियों के रूप में अपनी पहचान बनाई है.
इस आयोजन में हस्त निर्मित, जैविक उत्पाद सीताफल, नीम और गेंदा जैसे जैविक तत्वों से निर्मित हर्बल गुलाल, हिमाल्यन मल्टी फ्लोरा, जामुनहनी, वाईल्ड फोरेस्ट सरसों हनी से निर्मित फ्लेवर्ड हनी, हस्त निर्मित साबुन, पर्सनल केयर उत्पाद, पारम्परिक स्नेक्स, चमड़े के उत्पाद, हस्त निर्मित वस्त्र और पारम्परिक परिधान, सस्टेनेबल और लकड़ी के हस्तशिल्प और आभूषण बॉक्स, ब्लू पोटरी, पेन्टिंग्स और पारम्परिक पेय पदार्थ शामिल हैं.