Rajasthan News: प्रदेश के सबसे बड़े खेल संघ की आर्थिक हालत पूरी तरह खस्ता है. RCA इस समय भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. हालात ये की राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के पास स्टाफ का पेमेंट देने तक के भी रुपए नहीं हैं. इसके चलते इस सीजन में होने वाले टूर्नामेंट को लेकर संकट खड़ा हो गया है. हर साल मई-जून में प्रतियोगिताओं का आगाज होता है, लेकिन अभी तक किसी भी टूर्नामेंट के लिए तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है.
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के आर्थिक तंगी हालात इस कदर है कि प्रदेश में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाना तो दूर कर्मचारियों की सैलरी भी समय पर नहीं दे पा रहा.एडहॉक कमेटी ने कॉल्विन शील्ड का 20 मई से और अंडर 16 टूर्नामेंट के लिए 1 जून से तारीखों का ऐलान किया था, लेकिन तंगी हालात को देखकर इसको अभी रद्द कर दिया.ऐसे में अगर प्रतियोगिता नहीं होती है तो करीब 20 हजार खिलाड़ी हर साल किसी न किसी वर्ग से खेलते हैं, उनका भविष्य दांव पर रहेगा. सालों से ये खिलाड़ी तैयारी करते हैं.
खास बात यह है की बीसीसीआई ने पिछले 10 महीने से आरसीए को फंड रीलीज नहीं किया है.अब सरकार बदलने के बाद आरसीए में हो रही उठक पटक से भी बीसीसीआई ने फंड रीलिज करने से हाथ पीछे खींच रखे हैं. हर साल खेल गतिविधियों के लिए बीसीसीआई करीब 40 करोड़ रुपए का भुगतान करती है.
बताया जा रहा है कि आरसीए के पास केवल 2 लाख रुपए से भी कम राशि खातों में बची हुई है. पिछले 7-8 महीने से जो भी गतिविधियां आरसीए द्वारा कराई गई है, वह सब उधारी पर हुई है.अब फंड नहीं मिलने से आरसीए द्वारा आयोजन होने वाले टूर्नामेंट होना भी मुश्किल लग रहा है.
आरसीए पर पहले से ही 35 करोड़ का खेल स्टेडियम का लोन के अलावा 35 करोड़ का खेल गतिविधियों, खिलाड़ियों, खेल परिषद के बकाया है,, यानी करीब 70 करोड़ रुपए का कर्ज है. इसके अलावा आगे की क्रिकेट गतिविधियां चलाने के लिए भी 30 करोड़ का बजट चाहिए. यानी करीब 100 करोड़ रुपए का बजट से ही आरसीए की खेल की गाड़ी आगे चल सकती है.
जयपुर के चौंप में बन रहे क्रिकेट स्टेडियम की जांच को लेकर भी सरकार को लिखा गया है. अगर बीसीसीआई भी फंड जारी करती है तो, बैंक पहले अपने लोन की भी वसूली करेगा. साथ ही खेल परिषद के बकाया के अलावा आईपीएल के खिलाड़ियों का बकाया,होटल,बसों का किराया, कोचों का भी भुगतान आरसीए नहीं कर पाया है.
जयपुर स्टेडियम, बिजली, जोधपुर स्टेडियम का बकाया 5.50 करोड़
ग्राउंड स्टाफ, स्टाफ की सैलरी बकाया: 11 करोड़,
खिलाड़ियों का टीए, डीए, बसों का किराया, होटल बकाया: 15 करोड़,
RPL के खिलाड़ियों का बकाया 10 करोड़,,
खास बात यह है कि अभी तक एडहॉक कमेटी ने चुनाव को लेकर भी कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया है. अभी तक पहली एजीएम की बैठक तक नहीं हुई है.जिससे एडहॉक कमेटी द्वारा चुनाव करवाने से पहले बीसीसीआई किसी तरह का फंड जारी करना असंभव है. कमेटी ने भी कई बार प्रयास किया है, लेकिन बीसीसीआई ने अभी तक फंड रीलिज करने में अपनी दिलचस्पी नहीं दिखाई है क्योंकि बीसीसीआई भी कार्यकारिणी गठित होने के बाद ही स्टेट में फंड देती है, तो फिर एडहॉक कमेटी को क्यों एंटरटेन करेगी.
दूसरी तरफ एडहॉक कमेटी चुनाव को लेकर भी किसी तरह का कोई रूख साफ नहीं किया है, जबकि 90 दिनों के अंदर चुनाव करवाने हैं, एडहॉक कमेटी का करीब 60 दिन कार्यकाल पूरा हो गया है.
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा हर बार मई-जून से टूर्नामेंट का आयोजन शुरू कर दिया जाता है,लेकिन अभी टूर्नामेंट को लेकर तारीख तक घोषित नहीं की गई है. हाल ही में एडहॉक कमेटी द्वारा कॉल्विन शील्ड का 20 मई से और अंडर 16 टूर्नामेंट के लिए 1 जून से तारीखों का एलान किया था, लेकिन तंगी हालात को देखकर इसको अभी रद्द कर दिया है. साथ ही कोई नई तारीख का ऐलान नहीं किया है जबकि 15 जुलाई से 15 सितंबर को बारिश का समय रहता है, जिससे तीन महीने क्रिकेट की गतिविधियां बंद रहती है.
साथ ही बीसीसीआई ने सितंबर माह के अंत तक रणजी ट्रॉफी शुरू करने के संकेत दे दिये है, इससे पहले पहले आरसीए को अपनी प्रतियोगिता करवानी होती है, लेकिन इस बार हालात विकट हैं