Rajasthan : राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी ने खुद के मेनिफेस्टो में जो वादे थे, वह पूरे नहीं हो रहे हैं और हमारी जो स्कीमें थी. उनको कमजोर कर दिया या बंद कर दिया. हमें गर्व है कि हमारा विधायक दल टीकाराम जूली के नेतृत्व में जिस तरह से संघर्ष कर रहा है.
गहलोत ने कहा कि हमारा विधायक दल असेंबली के अंदर भी, असेंबली के बाहर भी आवाज बुलंद कर रहा है. उसका जनता में एक मैसेज गया है. कि उनकी सरकार तो नहीं बनी है. लेकिन विपक्ष जो है, उसका कर्तव्य जो है, उसको निभाने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं. यही होता है लोकतंत्र में, उसमें कोई कमी नहीं रहेगी. हमारा सिंगल पॉइंट यही प्रोग्राम है.
पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी जो स्कीमें हैं, वह इतनी शानदार हैं. उसकी चर्चा राजस्थान ही नहीं, पूरे देश में हो रही है. चाहे वह चिरंजीवी योजना हो, चाहे वह शिक्षा या स्वास्थ्य की हो, बिजली की हो, पानी की हो, सड़कों की बात हो, इतनी शानदार हमने घोषणाएं की उनको बंद कर दिया या बाद में शुरू किया.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अभी विपक्ष का जो भी विधायक दल है. वह एकजुट है, मजबूत है. जितनी भी हमारी योजनाएं थी उन पर हम फोकस कर रहे हैं. कि वह किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं हो. वह लागू रहे और हम इनको याद दिलाते रहेंगे कि मेनिफेस्टो में जो इन्होंने वादे किए थे.
गहलोत ने कहा कि असत्य बोलकर सत्ता तो इन्होंने हासिल कर ली, कि हिंदू को 5 लाख दिए मुसलमान को 50 लाख दिए.इस तरह की कई बातें कही थी, इन्होंने और कैंपेन में उनके पास धन की कमी नहीं है. पूरे देश में उनकी जो पीआर एजेंसी है. वह इतनी ताकतवर है, इतना फंडिंग करने वाली है.
अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसा माहौल बना देते है कि जैसे यह जो बोल रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या उनके नेता बोल रहे हैं .उसमें सच्चाई होगी. अब इनकी पोल खुल गई है. चुनाव के बाद राजस्थान में कोई गवर्नेंस नहीं है. लोग कहते हैं कि हम जाएं किसके पास खाने के लिए सुनवाई करने वाला कोई नहीं है.