Rajasthan News: राजस्थान बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद शुरू हुई प्रदेश कार्यकारिणी में बदलाव की अटकलों पर फिलहाल विराम लग गया है. अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही प्रदेश की नई कार्यकारिणी सामने आएगी. इधर प्रदेश कार्यकारिणी में नए और पुराने तथा अनुभवी नेता शामिल किए जाएंगे, लेकिन एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू नहीं रह पाएगा.
भाजपा ने जुलाई 2025 में राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को पार्टी के प्रदेश मुखिया की कमान सौंपी. इसके बाद पार्टी में शुरू हुए संगठनात्मक चुनाव में राठौड़ को सात महीने के बाद 22 फरवरी 2025 को विधिवत रूप से अध्यक्ष चुन लिया गया. पार्टी में नया अध्यक्ष आते ही अपनी नई कार्यकारिणी बनाता है ताकि आसानी से कामकाज कर सकें.
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इधर मदन राठौड़ को पार्टी की कमान संभाले करीब आठ महीने हो गए लेकिन राठौड़ अपनी कार्यकारिणी नहीं बना पाए है. नई प्रदेश कार्यकारिणी के गठन में अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का पेंच भी फंस गया है. राठौड़ ने कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष की अनुशंसा जरूरी है.
जरूरी नहीं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश संगठन की ओर से दी गई सूची में कोई बदलाव करे, लेकिन फिर भी टीम घोषित करने से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष की अनुमति जरूरी है. पार्टी के अपने सिद्धांत है, मंडल से राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव और उनकी टीम के गठन का उसी के अनुसार, नई टीम तैयार होगी, राठौड़ ने कहा कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद ही प्रदेश संगठन की टीम की घोषणा कर देंगे.
भाजपा संविधान के अनुसार पार्टी में मंडल अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक चुनावी गाइडलाइन है. बीजेपी में मंडल अध्यक्ष अपनी टीम का गठन जिला अध्यक्ष की सलाह से करता है. जिला अध्यक्ष भी अपनी टीम का गठन प्रदेश अध्यक्ष से सलाह लेकर करता है. इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष अपनी टीम में बदलाव या नई नियुक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति से करता है.
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राजस्थान में मंडल अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक का चुनाव संपन्न हो चुका है. ऐसे में मंडल अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष तो अपनी टीम तैयार कर रहे हैं, लेकिन अभी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन नहीं हुआ है, ऐसे में प्रदेश बीजेपी की नई टीम का गठन रुक गया है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन होने के बाद उनकी सहमति से ही प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ नई टीम का गठन कर पाएंगे. ऐसे में अब जैसे-जैसे राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव आगे की खिसकते जा रहे हैं, वैसे-वैसे प्रदेश की नई टीम के गठन का इंतजार भी बढ़ता जा रहा है.
एक व्यक्ति, एक पद नहीं, ऊर्जावान, अनुभवी टीम
बीजेपी प्रदेश टीम में इस बाद ऊर्जावान और अनुभव दोनों का मिश्रण होगा अर्थात वर्तमान टीम के सदस्यों को भी नई टीम में जगह मिल सकती है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ इसका संकेत दे चुके हैं. हाल ही विधानसभा में अनौपचारिक बातचीत के दौरान राठौड़ ने कहा था कि वर्तमान टीम में मौजूद चेहरों को वापस टीम में रखा जाएगा.
वहीं, एक व्यक्ति और एक पद का सिद्धांत नहीं रह पाएगा. राठौड़ ने दो दिन पहले भी संकेत दिए कि कुछ पुराने नेताओं को बरकरार रखा जाएगा, लेकिन अधिकतर नए चेहरे शामिल होंगे. नई कार्यकारिणी गठन में वर्ग और क्षेत्र विशेष के साथ ही महिलाओं के प्रतिधित्व का भी ध्यान रखा जाएगा.
इधर, नई प्रदेश कार्यकारिणी गठन की अटकलों के साथ ही सवाल भी उठ रहा है कि क्या मदन राठौड़ पार्टी में बरसों से चली आ रही गुटबाजी को खत्म कर पाएंगे ? ऐसे में संभावना है कि राठौड़ अपनी नई कार्यकारिणी में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, सीपी जोशी के साथ ही संघ से जुड़े नेताओं को शामिल कर सकते हैं.
बताया जा रहा है कि टीम में शामिल किए जाने वाले नामों पर लगभग कवायद पूरी की जा चुकी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद राठौड़ अपने नए सिपहसालारों की सूची नई दिल्ली भेजेंगे. राष्ट्रीय अध्यक्ष की सहमति मिलने के बाद ही प्रदेश में टीम को सहमति मिल पाएगी.
इधर, संभावना व्यक्त की जा रही है कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अप्रैल माह के आखिर या मई के पहले सप्ताह में हो सकता है तब तक कार्यकर्ताओं को प्रदेश बीजेपी की नई कार्यकारिणी का इंतजार करना पड़ेगा.