Rajasthan News: राजस्थान की सीबीआई की टीमों ने कोटा, करौली और अलवर में परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठा कर महिला को रेलवे में नौकरी लगाने के मामले में आरोपियों के ठिकानों पर छापा मारा. फिलहाल सीबीआई की जांच जारी है और दस्तावेज जुटा रही है. इसके साथ ही आरोपियों के साथ रेलवे अधिकारियों की मिलीभगत को लेकर भी जांच-पड़ताल जारी है.
इस मामले को लेकर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय जबलपुर रेलवे विजिलेंस से सीबीआई को शिकायत मिली कि कोटा के सोगरिया रेलवे स्टेशन पर प्वाइंट्स मैन के पद पर कार्यरत महिला आशा मीणा ने रेलवे भर्ती परीक्षा की चयन प्रक्रिया में डमी लक्ष्मी मीणा की तस्वीरों, नकली पहचान, फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल किया और नौकरी हासिल की. ऐसे में सीबीआई ने प्वाइंट्स मैन आशा मीणा और डमी लक्ष्मी मीणा के खिलाफ मामला दर्ज किया.
इसी के चलते सीबीआई की टीमों ने कोटा, करौली और अलवर में भी छापा मारा और इन मामलों से जुड़े संदिग्धों की जांच-पड़ताल की. वहीं, सीबीआई की टीम कोटा तीन गाड़ियों में भदाना रोड स्थित अमरूदों का बाग इलाके में गई और एक रेलवे कर्मचारी के घर की लगभग दो घंटे तलाशी की. वहीं, इसके बाद सीबीआई की टीम वहां से चली गई. कहा जा रहा है कि टीम द्वारा कई सबूत और दस्तावेज बरामद किए हैं.
बता दें कि कुछ दिन पहले कोटा में मनीष मीणा ने पत्नी सपना मीणा को रेलवे में नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की थी. पति ने बताया था कि साल 2019 में आरआरबी बोर्ड अजमेर से ग्रुप डी की भर्ती में उसकी पत्नी ने ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसमें सपना का फोटो, साइन और फिंगर प्रिंट मिक्सिंग करके लगाए थे. साल 2023 में परीक्षा आयोजित की हुई.
वहीं, इस परीक्षा में सपना की जगह डमी ने बैठी और एग्जाम दिया. नौकरी लगाने की एवज में 15 लाख रुपये दिए और पत्नी को नौकरी लगवाया. इधर नौकरी लगने के बाद पत्नी ने पति को छोड़ दिया, जिसके बाद पति ने सारे राज खोले.