Jaipur News : राजस्थान विधासभा में वन मंत्री संजय शर्मा, विपक्ष के सवालों को जवाब दे रहे थे. इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गयी थी. संजय शर्मा के साथ क्या हुआ था, ये समझने के लिए पूरा घटनाक्रम देखना होगा. दरअसल वन विभाग की मांगों पर चर्चा में देर हो रही थी, इस बीच मंत्री संजय शर्मा भोजन करने डिनर एरिया में थे.
खाना खाने से पहले मंत्री महोदय ने शुगर कंट्रोल करने की दवा ली. मंत्री संजय शर्मा ने एक निवाला अपने मुंह में डाला ही ता कि टीवी पर सदन में हो रहा हो हंगामा दिखने लगा. जिसमें मंत्री की सदन में गैर हाजिरी का मुद्दा उठा, संजय शर्मा साथी विधायक श्रीचंद्र कृपलान को नोटिंग की जिम्मेदारी देकर आए थे.
लेकिन सत्ता पक्ष के विधायकों ने मंत्री के डिनर के लिये जाने की बात कही लेकिन विपक्ष के कुछ सदस्य मंत्री नहीं है कहने लगे. यहां बताते चले की अनुदान मांगों पर स्पीकर वासुदेव देवनानी पहले ही व्यवस्था दे चुके थे की चर्चा के दौरान विभाग के मंत्री और अधिकारी उपस्थित रहे.
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ऐसे में मंत्री संजय शर्मा तुरंत सदन में पहुंच गये और जवाब देना शुरू किया, लेकिन बोलते-बोलते ही पानी मांगा.
संजय शर्मा पी गए एक के बाद एक तीन ग्लास पानी और फिर जूली समेत अन्य विधायकों ने वन मंत्री को संभाला. हां–पक्ष लॉबी में साथी विधायकों चीनी का पानी का घोल मंत्री को दिया गया, एक विधायक ने तो 3–4 शुगर क्यूब खिला दिए.
दूसरे ने शुगर का पाउच खोलकर चीनी खिला दी और तीसरे ने 5–6 शुगर क्यूब घोलकर चीनी का पानी सजंय शर्मा को पिला दिया. तब जाकर मंत्री को राहत मिली.
बाद में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली संजय शर्मा को घर तक छोड़ने गये. घर जाकर जब शुगर नापी गयी तो 273 शुगर लेवल आया. जब मंत्री जी ने डॉक्टर से चेकअप कराया तो डॉक्टर से साफ शब्दों में कहा कि डायबटिक पेशेंट अगर दवा ले तो खाने में बिल्कुल भी लापरवाही ना करें.