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Rajasthan Politics: क्या डाकू बीजेपी में आकर संत बन जाते हैं ? यह क्या बोल गए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़

Rajasthan Politics: क्या डाकू बीजेपी में आकर संत बन जाते हैं ?  बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का एक बयान चर्चा का विषय बना हुआ है. उन्होंने बयान में महर्षि वाल्मीकि का भी जिक्र किया है.

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madan rathore
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Vishnu Sharma Jaipur|Updated: Sep 13, 2024, 05:15 PM IST
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Rajasthan Politics News:अपने बयानों के लिए चर्चित रहने वाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने शुक्रवार को एक फिर विवादास्पद बयान दिया है. भ्रष्टाचार के मामले में जेल जा चुके कांग्रेस नगर पालिका अध्यक्ष को बीजेपी में शामिल करने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि वाल्मिकी डाकू थे, उन्हें ज्ञान का बोध हुआ तो महर्षि बनें, पहले इतिहास क्या था उसे छोड़ो, हमारे यहां भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे.

भाजपा प्रदेश कार्यालय में दो दिन पहले सांभरलेक नगर पालिका के कांग्रेस बोर्ड से अध्यक्ष बने बालकिशन जांगिड़ को भाजपा में शामिल किया गया. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने दुपट्टा ओढ़ाकर जांगिड़ को भाजपा में की सदस्यता ग्रहण करवाई.

स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं में इस ज्वॉइनिंग पर नाराजगी है. बालकिशन जांगिड़ वर्ष 2019 में पांच निर्दलीय पार्षदों के सहयोग से बने बोर्ड में अध्यक्ष बने थे. आरोप है कि दो साल पहले रिश्वत के मामले में जांगिड़ जेल जा चुके हैं.

आज बीजेपी प्रदेश कार्यालय में प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ से जांगिड़ की ज्वॉइनिंग को लेकर सवाल किया गया तो राठौड़ बोले, ''महर्षि वाल्मीकि का इतिहास तो पढ़ा ही होगा ? वाल्मिकी डाकू थे, उन्हें ज्ञान का बोध हुआ तो वो महर्षि बने. इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है ? इतना ही नहीं राठौड़ बोले, कल क्या था, उसे भूल जाओ. हमारे यहां हम जीरो टॉलरेंस के तहत भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. कानून,कानून का काम करेगा, कानून में सजा मिलेगी तो सजा मिलेगी. हमारे यहां यह समझना पड़ेगा पहले का इतिहास क्या था ? हम यहां भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे, चाहे कोई भी हो. चाहे कोई भी हो, पहले के पाप छोड़कर आए फिर पार्टी में आकर पुण्य प्राप्त करें.''

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ का इस तरह का यह पहला बयान नहीं है. इससे पहले मदन राठौड़ ने हाल ही नए जिलों को लेकर कहा था कि छह से सात जिले खत्म करने की तैयारी है.

राठौड़ पर गोपनीयता भंग करने का आरोप लगा और सियासी हलकों में चर्चा शुरू हो गई. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी मामले को उठाया. इसके बाद राठौड़ ने मामले में यू टर्न लेकर चुप्पी साध ली. इधर अब डाकू के बयान के बाद भी मामला गरमाने लगा है.

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