trendingNow/india/rajasthan/rajasthan12374238
Home >>जयपुर

Rajasthan Weather Update: राजस्थान में बारिश ने तोड़े सालों को रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने इन जिलों में जारी किया भारी बारिश का अलर्ट

Rajasthan Weather Update: राजस्थान में सर्दी, गर्मी, बरसात तीनों ही मौसम के रिकॉर्ड टूट रहे हैं. इस समय प्रदेश में मानसून का सीजन चल रहा है. कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की जा रही है.   

Advertisement
Rajasthan weather update
Rajasthan weather update
Anoop Sharma |Updated: Aug 08, 2024, 02:40 PM IST
Share

Rajasthan Weather Update: प्रदेश में सर्दी, गर्मी, बरसात तीनों ही मौसम के रिकॉर्ड टूट रहे हैं. सर्दी के मौसम प्रदेश का तापमान माइनस डिग्री में पहुंच गया था. वहीं, गर्मी के मौसम में तापमान 52 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया, जो कई सालों बाद इतना अधिक तापमान दर्ज हुआ.

इस समय प्रदेश में मानसून का सीजन चल रहा है. प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश दर्ज की जा रही है, और मानसून की विदाई में अभी वक्त बचा हुआ है, जिस कारण पिछले कई साल के रिकॉर्ड टूटते हुए नजर आने वाले है. 

प्रदेश के कई जिलों में मानसून सक्रिय होने के कारण भारी और अति भारी बारिश का दौर चल रहा है. पिछले 24 घंटे के दौरान हुई बारिश की बात की जाए तो प्रदेश में मानसून सक्रिय बना हुआ है. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया धौलपुर ,करौली, भरतपुर जिले में अति भारी बारिश दर्ज हुई.

यह भी पढ़ेंः सोई हुई किस्मत जगा देंगी खाटू श्याम ये 5 चीजें, जहां दिखें तुरंत उठा लाएं घर

वहीं, दौसा ,अलवर, झुंझुनू, सवाई माधोपुर में भारी बारिश दर्ज की गई. धौलपुर शहर में 200 MM, बाड़ी 147 MM, सरमथुरा में 141MM बारिश दर्ज की गई. भरतपुर के नदबई में 150 MM, जनूथर में 128 MM, नगर में 101 MM बारिश दर्ज हुई. वहीं, करौली शहर में 120 MM बारिश दर्ज की गई. सवाई माधोपुर के वजीरपुर में 105 MM बारिश दर्ज हुई.

प्रदेश के अधिकांश जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की जा रही है. वहीं, बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिले में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है. बांसवाड़ा जिले में 1 जून से 8 अगस्त तक 496.1MM बारिश होनी चाहिए थी लेकिन 373.1MM बारिश दर्ज हुई जो सामान्य से 25% कम है. वहीं, डूंगरपुर जिले की बात की जाए तो 401.9 MM बारिश दर्ज होनी थी, लेकिन 320.4 MM बारिश दर्ज हुई जो सामान्य से 20% कम है. 

यह भी पढ़ेंः आसमान से आई बीसलपुर डैम की तस्वीरें, 10 साल में देरी से दूसरी बार अगस्त में त्रिवेणी का संगम

उदयपुर, प्रतापगढ़, सिरोही, उदयपुर जिले में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है. इसी के साथ राजस्थान में सबसे अधिक बारिश जैसलमेर जिले में 259.1MM दर्ज हुई जो सामान्य से 145% अधिक है. टोंक जिले में 697.8 MM दर्ज हुई है, जो सामान्य बारिश से 107% अधिक है. धौलपुर जिले में 627.3 MM बारिश दर्ज हुई जो सामान्य से 91% अधिक है. इसी के साथ दौसा जिले में 645.2 MM बारिश दर्ज हुई जो सामान्य से 82% अधिक है. अजमेर जिले में 480.5 MM बारिश दर्ज की गई जो सामान्य से 78% अधिक है. मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होगी, जिससे प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से औसत बारिश रिकॉर्ड होने की संभावना है. 

मौसम विभाग केंद्र अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है, समय-समय पर बारिश की चेतावनी जारी की जा रही है. आने वाले दिनों के लिए मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि अगले 4 से 5 दिन भारी और अति भारी बारिश का दौर प्रदेश में जारी रहेगा. आज उत्तर पूर्वी राजस्थान और आसपास के हरियाणा क्षेत्र के ऊपर एक साइक्लोनिक सिस्टम बना हुआ है, मानसून टर्फ लाइन भी सामान्य स्थिति में है. इसके प्रभाव से जयपुर, भरतपुर संभाग के जिले और शेखावाटी क्षेत्र में मध्यम और भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. 9-10 अगस्त राजस्थान के पूर्वी भाग के जिलों में बारिश की गतिविधियों और अधिक बढ़ेगी, इस दौरान कोटा, जयपुर और शेखावाटी क्षेत्र में मानसून सक्रिय रहेगा, जिस कारण मध्यम और तेज बारिश होने की संभावना है. इसी के साथ बीकानेर संभाग में भी अगले 2,3 दिन बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती है, 9 10 अगस्त के बाद जोधपुर संभाग के जिलों में बारिश की गतिविधियां होगी. अगले 1 सप्ताह प्रदेश के कई जिलों में मानसून सक्रिय रहने की संभावना है. 

प्रदेश में मानसून का दौर लगातार जारी है. मानसून के दौरान ग्रामीण क्षेत्र के इलाकों में रहने वाले लोगों के चेहरे खिले हुए हैं. ग्रामीण इलाके के कई तालाब करीब 40 साल बाद ओवरफ्लो हुए हैं, जिससे ग्रामीणों को पानी के लिए दूर-दूर नहीं भटकना पड़ेगा.

कई सालों के बाद बारिश के कई रिकॉर्ड टूट रहे हैं, जिससे आने वाले दिनों में प्रदेश को और अधिक फायदा होगा. आने वाले दिनों में और अधिक बारिश होने की संभावनाएं बनी हुई है, जिससे इस बार मानसून सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. 

 

Read More
{}{}