Jaipur News : राजस्थान विधानसभा ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में मंत्रियों की गैर हाजिरी का मामला उठाया, टीकाराम जूली ने कहा कि सदन में मंत्रियों की गंभीरता कम दिख रही है. अनुदान की मांगो पर चर्चा के दौरान कम उपस्थिति होना अच्छी बात नहीं है.
टीका राम जूली ने कहा कि ना कैबिनेट मंत्री, ना सचेतक और ना ही संसदीय कार्य मंत्री ही सदन में हैं बल्कि एक राज्य मंत्री दिख रहा है बस. ऐसे हालात सरकार के मंत्रियों की गंभीरता की कलई खोल रहे हैं. राजस्थान विधानसभा में मंत्रियों की अनुपस्थिति का मुद्दा किरोड़ी लाल मीणा के नाम से शुरू हुआ था. जो अनवरत जारी है.
इधर खुद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष का विधायक गोविंद सिंह डोटासरा की सदन से गैर मौजूदगी भी चर्चा का विषय बनी हुई है. हालांकि इसको लेकर प्रदेशाध्यक्ष टीकाराम जूली के साथ डोटासरा की हुई मुलाकात के बाद अब शायद डोटासरा सदन में दिखें.
विधानसभा में इंदिरा गांधी पर टिप्पणी और हो हंगामे के बाद निलंबित हुए 6 विधायकों में शामिल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत बाकी विधायकों का निलंबन वापस को ले लिया गया था लेकिन तभी से टीका राम जूली और डोटासरा के बीच सब कुछ ठीक है. इस पर सवाल उठते रहे हैं.
याद दिला दे इस पूरे मामले पर स्पीकर वासुदेव देवनानी के भावुक होने के बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में गोविंद सिंह डोटासरा की टिप्पणी के लिए माफी मांग ली ती. इसके साथ कांग्रेस के 6 विधायकों का निलंबन वापस हुआ था . लेकिन डोटासरा तब से सदन नहीं आए हैं.
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