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Rajasthan Politics: किरोड़ी लाल मीणा पर टीकाराम जूली ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार में बड़ा असमंजस है, क्योंकि किरोड़ी लाल मीणा ने 6-8 महीने से इस्तीफा दे रखा है. हालांकि, डोटासरा ने इस बात से इनकार किया और कहा कि असमंजस नहीं है, बल्कि किरोड़ी लाल मीणा पर्ची चेंज करना चाहते हैं.
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर राजस्थान की सियासत में घमासान मच गया है. टीकाराम जूली ने कहा है कि सरकार में बड़ा असमंजस है, क्योंकि किरोड़ी लाल मीणा ने 6-8 महीने से इस्तीफा दे रखा है. वहीं, डोटासरा ने कहा है कि असमंजस नहीं है, बल्कि किरोड़ी लाल मीणा पर्ची चेंज करना चाहते हैं. जूली ने आगे कहा कि किरोड़ी लाल मीणा की चल नहीं रही है और वह पर्ची चेंज करना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है और कैबिनेट मंत्री यानी सरकार ही नियम-कानून बनाने के लिए जिम्मेदार है.
जूली ने सरकार पर साधा निशाना
कहा - सरकार कभी अधिकारियों के घर पर नहीं जाती, नियम-कानून सरकार को बनाने हैं, ना कि अधिकारियों को. उन्होंने आगे कहा कि कैबिनेट में मंजूरी देकर नियम बनाए जाएं. जूली ने यह भी कहा कि सीएम की सुरक्षा के दौरान जान गंवाने वाले एएसआई सुरेंद्र सिंह के बच्चों को आज तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिली है. उन्होंने अपने कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि शहीद के परिजनों को नौकरी दिलाने के लिए हमने भी प्रयास किए थे.
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जूली ने किरोड़ी लाल मीणा के धरने का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि क्या यह सरकार वह नियम बनाएगी जो किरोड़ी लाल मीणा हमारी सरकार से बनवाना चाह रहे थे? जूली ने इस सवाल के माध्यम से सरकार की नीतियों और नियमों पर सवाल उठाया है.