Rajasthan : कहते हैं होली के दिन दिल मिल जाते हैं, लेकिन लगता नहीं कि राजस्थान विधानसभा में हुई, उस एक टिप्पणी के बाद से जारी स्पीकर वासुदेव देवनानी और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा के बीच की कोल्ड वॉर का कोई अंत होगा. हालांकि डोटासरा ने होली के दिन एक पहल की और स्पीकर देवनानी को फोन पर शुभकामनाएं दी थी. लेकिन निलंबन रद्द होने के बाद से अभी तक डोटासरा सदन नहीं आए हैं.
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दरअसल राजस्थान विधानसभा में बजट सत्र के दौरान इंदिरा गांधी पर हुई टिप्पणी के बाद खूब हंगामा हुआ था. विपक्ष स्पीकर की सीट के पास तक पहुंच गया था. जिसमें गोविंद देव सिंह डोटासरा के साथ 5 और कांग्रेस विधायक शामिल थे. स्पीकर ने 6 कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर दिया था.
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इसके बाद भावुक हुए स्पीकर ने अपनी बात रखी थी और कहा था कि डोटासरा, विधायक बनने के लायक नहीं हैं. बस ये ही बात डोटासरा चाहते हैं की विधानसभा की कार्यवाही से हटा दी जाए. लेकिन स्पीकर देवनानी इसके लिए अभी तक तैयार नहीं हुए हैं. विधानसभा में हालांकि कांग्रेस से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पूरे घटनाक्रम पर अपने विधायकों की तरफ से माफी भी मांग ली थी. लेकिन डोटासरा सदन में नहीं आए.
राजस्थान विधानसभा में भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा तो पहले से ही सेहत का हवाला देकर छुट्टी पर हैं और डोटासरा भी नहीं आ रहे. ऐसे में अक्सर बीजेपी डोटासरा को तो कांग्रेस किरोड़ी लाल मीणा को याद करती रहती है.
चर्चा तो ये भी थी की विधान सभा में जो कुछ हुआ. उसकी वजह से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और डोटासरा के बीच दरार आ गयी है.
लेकिन होली कार्यक्रम डोटासरा और टीकाराम जूली दोनों एक साथ एक मंच पर साथ दिखे और गमछा डांस करके, ये जता दिया कि पार्टी के अंदर सब ठीक है. हालांकि इस बात को पहले ही प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रंधावा साफ कर चुके थे. कि पार्टी के अंदर कोई गतिरोध नहीं है.