Sanchore news: चितलवाना उपखण्ड के सेसावा में नर्मदा नहर परियोजना के पनोरिया वितरिका पंप स्टेशन के पहले सायर कोसिटा में बने एस्केप चैनल से खेतों में छोड़ने वाले पानी को बंद करने की मांग को लेकर किसानों की ओर से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन नर्मदा विभाग के अधिकारियों की कानों से जूं तक नहीं रेंग रही है.
किसानों की ओर से धरना प्रदर्शन
किसान मांगों को लेकर आज चौथे दिन भी धरने पर बैठे हैं किसानों ने नर्मदा परियोजना के अधीक्षण अभियंता और सांचौर कलेक्टर के मार्फत मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन दिया. किसानों ने बताया कि नर्मदा नहर का अतिरिक्त पानी हमारे खेतों में छोड़ने के कारण तकरीबन 900 बीघा जमीन पूरी जलमग्न हो चुकी है.
900 बीघा जमीन पूरी जलमग्न
अब ये पानी आसपास के खेतों की तरफ बढ़ रहा है। वहीं, इस पानी से एक आम रास्ता भी बंद हो चुका है. इसके चलते परेशान किसानों ने एस्केप चैनल को बंद करने की मांग को लेकर 25 दिसंबर को धरना शुरू किया था, लेकिन अभी तक किसानों की सुनवाई नहीं हुई है. रबी फसल की भी बुआई की हुई है खेतों में पानी भर जाने के कारण फसलें जलमग्न हो गई है जिसके चलते उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है.
25 दिसंबर को धरना शुरू किया था
किसानों ने बताया कि 900 बीघा जमीन जलमग्न हो गई है. जिससे यहां कई परिवार खेत दलदल होने से यहां से पलायन कर चुके हैं सायर का कोसीटा,चिम्बड़ावास,कागोड़ा में 4 किलोमीटर की परिधि में जमीनें दलदल हो गयी है किसानों की मांग है कि एस्केप चैनल को स्थायी तौर पर बंद किया जाए.
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