Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर ग्रामीण जिले के बालेसर नगरपालिका भवन में वर्ष 2024-25 का 28 करोड़ 90 लाख 65 हजार रुपये का एवं वर्ष 2023-24 का संशोधित बजट अनुमान 20 करोड़ 23 लाख 65 हजार के आय व्यय का बजट अनुमोदन चेयरमेंन रेवंतराम सांखला की अध्यक्षता में किया गया.
आज बालेसर नगरपालिका भवन में नपा चेयममैन रेवंतराम सांखला की अध्यक्षता में अधिशासी अधिकारी सुरेश चन्द्र शर्मा ने बजट अनुमोदन के लिए रखते हुऐ बताया कि नगरपालिका क्षेत्र में सड़क /नाली निमार्ण हेतु बजट में 10 करोड़, शहर में सौन्दर्यकरण हेतु 10 लाख रुपये, शहर में विधुत व्यवस्था विस्तार हेतु 1 करोड़, घर-घर कचरा संग्रहण ऑटो टीपर क्रय हेतु 30 लाख रुपये, पालिका में सफाई एवं अन्य कार्य हेतु दो ट्रेक्टर एवं ट्रोली, पानी का टैंकर, काउकेचर क्रय हेतु 40 लाख, मुख्य बस स्टैंड एवं अन्य सार्वजनिक स्थानो पर सार्वजनिक शौचालय हेतु 20 लाख, राज्य सरकार के दिशा निर्देशानुसार कार्य करवाने हेतु 2 करोड़, पालिका क्षेत्र में आश्रय स्थल निमार्ण हेतु 10 लाख एवं अग्निशमन हेतु 20 लाख रुपये सहित कुल 28 करोड़ 90 लाख 65 हजार रुपये का वर्ष 2024-25 का बजट एवं वर्ष 2023-24 का संशोधित बजट अनुमान 20 करोड़ 23 लाख 65 हजार के आय व्यय का विवरण अनुमोदित किया गया,
वहीं, इस मौके पार्षद कालुसिंह इंदा ने सदन से कहा कि पालिका गत वर्ष के आय व्यय का ब्यौरा सदन के समक्ष पेश करें. साथ ही उन्होंने कहा कि नगरपालिका में समितियों का अभी तक गठन नही किया गया है, जिसके कारण विकास के कार्य अवरूद्व हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि पार्षदों का कई महिनों से मानदेय बकाया पड़ा है.
वहीं, कुई जोधा पार्षद जितेन्द्र पालीवाल ने नगरपालिका में बाद में जोड़ी गई ग्राम पंचायतो में भेदभाव के आरोप लगाते हुए विकास के कार्य नहीं होने के आरोप लगाए. वहीं, पार्षद कैलाशचंद सोनी ने भी कहा कि नगरपालिका में पार्षदों के द्वारा लिखित में जो शिकायते दर्ज करवाई जाती है, उस पर कारवाई नहीं होती है.
वहीं, पार्षद वीरम शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत में राशन की एक ही दुकान हैं. वहा पर भीड़ ज्यादा होने के चलते लोगों को परेशानी होती हैं. एक नई दुकान के प्रस्ताव पारित किया जाए. इस मौके कनिष्ठ अभियंता जगदीश चन्द सुथार, वरिष्ठ लिपिक प्रेमसिंह सांखला, सफाई निरीक्षक विनोद हंस, राजेश चौधरी,महेन्द्र विश्नोई, सहित कई कार्मिक मौजूद थे.
पंचायत समिति सदस्यों ने जताई आपत्ती
वही बालेसर पंचायत समिति सदस्य कुन्दनसिंह इंदा सहित सदस्यों ने बताया कि वे भी निवार्चित जनप्रतिनिधी हैं लेकिन जब से बालेसर नगरपालिका बनी तब से उनको न तो पंचायत समिति की बैठकों में बुलाया जाता हैं और न ही नगरपालिका की बैठकों में बुलाया जाता है. जब सरकार ने पंचायत के सरपंचों ,उपसरपंचों एवं वार्ड पंचों को नगरपालिका में मनोनित कर दिया तो पंचायत समिति सदस्यों के साथ भेदभाव क्यो किया जा रहा है. उनको न मानदेय मिलता न बैठकों में बुलाया जाता है.
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