Jodhpur News: जोधपुर शहर के पावटा बी रोड स्थित हनवंत गार्डन के बाहर कार में सवार दिगंबर सिंह पर 10 मार्च को जानलेवा हमला करने के मामले में महामंदिर थाना पुलिस ने अब लगातार आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है.
इस मामले के मुख्य शूटर डेविल वर्गी को गिरफ्तार किया है. आरोपी नागौर में छुपकर बैठा था. पुलिस के अनुसार छात्र नेता जेठू सिंह के इशारे पर दिगंबर सिंह पर हमला करने के मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया है.
महामंदिर थानाधिकारी देवेंद्र सिंह देवड़ा ने बताया कि 10 मार्च को, पावटा बी रोड स्थित हनवंत गार्डन के सामने कार में सवार युवक दिगंबर पर छात्र नेता जेठू सिंह के इशारे पर शूटर पृथ्वीपुरा निवासी डेविल वर्गी ने फायरिंग की थी. इसके बाद वह हरिद्वार भाग गया. वहां से गंगानगर की बस पकड़कर नागौर आ गया. मुखबिर से सूचना मिलते ही पुलिस ने उसे वहां से दबोच लिया. अब तक इस मामले में उसके साथी राकेश राणा और नवनीत की गिरफ्तारी हो चुकी है.
दोनों आरोपी राकेश राणा और नवनीत को रिमांड अवधि पूरी होने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भिजवा दिया गया. बताया जाता है कि दिगंबर को मारने के लिए इनसे देवेंद्र सिंह उर्फ भमसा ने लाखों रुपये में बड़ी डील की थी. पूछताछ में एक और नया नाम सामने आया है, जो सीधा जेठू सिंह के संपर्क में और उसका बहुत करीबी है.
पुलिस के अनुसार, जेठूसिंह के इशारे पर उसके करीबी दोस्त ने देवेंद्र सिंह उर्फ मनसा को शूटर लाने की जिम्मेदारी सौंपी. इसको लेकर जेठूसिंह के दुबई जाने से पहले तीनों के बीच गुप्त जगह पर बैठकर रणनीति भी तैयार की गई थी. इसमें ऐसा शूटर लाना था, जो आसानी से दिगंबर की हत्या कर सकें. इस पर देवेंद्र सिंह ने डेविल वर्गी को चुना. दिगंबर की हत्या करने की जिम्मेदारी उसी को सौंपी गई थी. अपने सहयोग के लिए उसने नवनीत और राकेश राणा को इसमें शामिल किया. आरोपी देवेंद्र सिंह उर्फ मनसा एनडीपीएस और अवैध हथियार की तस्करी का काम करता है. उसके खिलाफ भी अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज हैं.
पुलिस के अनुसार, जेठूसिंह ने दुबई जाने से पहले ही हमले की पूरी साजिश रच दी थी ताकि उसके दुबई में होने के दौरान पुलिस उस पर शक नहीं करें. दिगंबर सिंह पर जानलेवा हमले के मास्टरमाइंड शातिर आरोपी जेठू सिंह ने दुबई जाने के एक महीने पहले अपना पासपोर्ट बनवाया. उस पर पहले से अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज हैं. बावजूद इसके उसने जोधपुर की बजाय दूसरे जिले से अपना पासपोर्ट बनवाया. पुलिस को अंदेशा है कि उसने अपने उपर किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं होने का झूठा एफिडेविट पेश किया होगा तभी उसके पासपोर्ट बनाने की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं मिली और उसने दूसरे जिले से अपना पासपोर्ट बनवाया.
तीनों को आमने सामने बैठाकर होगी पूछताछ
पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जो घटनास्थल पर मौजूद थे. इनमे से दो फायरिंग करने वाले और तीसरा मोटर साइकिल पर उनको भगाने वाला. पुलिस ने मुख्य आरोपी डेविल वर्गी को गिरफ्तार किया है. ऐसे में अब तीनों आरोपियों को आमने सामने बिठाकर पूछताछ होगी ताकि जेठूसिंह की पूरी भूमिका का खुलासा हो सकें.
20 अगस्त 2024 को रातानाड़ा भाटी चौराहा के पास छात्रनेता जेठू सिंह पर 3 नंबर हॉस्टल में हमला करने के मामले में ओमसिंह मुंजासर, दिगंबर सिंह सहित अन्य आरोपी नामजद थे. इन्होंने मिलकर छात्र नेता पर लोहे के पाइप से हमला कर बेरहमी से पीट दिया था. आरोपियों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. जानलेवा हमले के उस मामले में गिरफ्तार बदमाशों को जेल भेज दिया गया था. कुछ दिन पहले ही दिगंबर सिंह जेल से छूटा था.
उस पर जेठू सिंह के साथी पहले से नजर रख रहे थे. ऐसे में मौका मिलते ही 10 मार्च को दिगंबर सिंह पर फायरिंग कर दी गई. ऐसे में सवाल यह है कि यह आपसी रंजिश है या फिर छात्र राजनीति से शुरू हुई रंजिश. इस मामले में छात्र राजनीति से शुरू हुआ, यह घमासान अभी तक चल रहा है. इसका अंत कब होगा यह कहना भी पुलिस के लिए मुश्किल है.