Rajasthan Crime: राजस्थान के जोधपुर जिले में एक नाबालिग आदिवासी लड़के के साथ अमानवीय हरकत करने और उसे जलील करने का मामला सामने आया है. परिवार ने आरोप लगाया है कि डेढ़ महीने से आरोपियों की दुकान पर काम कर रहे पीड़ित ने जब अपनी मजदूरी मांगी तो इस वारदात को अंजाम दिया गया.
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आरोपियों के चंगुल से छूटकर घर पहुंचे पीड़ित ने परिजनों के साथ जाकर पुलिस में शिकायत दी. इसके बाद पुलिस ने एससी एसटी एक्ट, चाइल्ड लेबर एक्ट, पोक्सो और जेजे एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है. घटना 17 फरवरी की देर रात करीब 12 बजे जोधपुर स्थित एक मिठाई की दुकान का है.
17 वर्षीय पीड़ित ने पुलिस को दिए शिकायत में बताया कि इस दुकान पर वह डेढ़ महीने पहले काम पर लगा था और बर्तन धोने का काम करता था. पीड़ित के मुताबिक घटना की रात दुकान पर काम खत्म होने के बाद उसने दुकान मालिक से घर जाने की बात कहते हुए अपनी मजदूरी मांगी. इस बात पर दुकान मालिक भड़क गया और मारपीट करते हुए जाति सूचक शब्द कहे.
लड़के से कुकर्म की कोशिश
यही नहीं वह जैसे ही जोधपुर के बाहरवीं रोड स्थित बस स्टैंड पहुंचा, तो पीछे से आए दुकान मालिक ने उसे अपनी गाड़ी में बैठा लिया और गोदाम में ले जाकर मारपीट करते हुए उसके सर के बाल काट दिए. इस दौरान एक आरोपी ने उसके मुंह पर पेशाब किया तो दूसरे ने उसके साथ कुकर्म की कोशिश की.
बाद में उसे धमकी देते हुए वहां से निकाल दिया गया. पीड़ित के मुताबिक आरोपियों ने उसके पास से 400 रुपये और मोबाइल फोन भी छीन लिए. आरोपियों के चंगुल से छूटकर पीड़ित जैसे तैसे घर पहुंचा, लेकिन गुमशुम रहने लगा. परिजनों ने जब उससे बात की तो उसने पूरा घटनाक्रम बताया.
इसके बाद परिजनों ने उसे थाने में ले जाकर लिखित शिकायत दी है. उधर घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय आदिवासी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है. पार्टी के नेता राजकुमार रोत ने आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
वहीं पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. एसीपी छवि शर्मा ने इस मामले को लेकर कहा कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. एफएसएल टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं और तकनीकी साक्ष्य भी एकत्र किए जा रहे हैं.